भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था : सुनील शर्मा

श्रीनगर, 29 जुलाई . जम्मू-कश्मीर में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने से बातचीत में कहा कि Samajwadi Party (सपा) के नेता अखिलेश यादव, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के लालू यादव, तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी और दक्षिण India के कुछ दल कांग्रेस की पुरानी सोच और मानसिकता से ग्रस्त हैं. ये नेता अपनी सेना की आलोचना करने में खुश होते हैं, जो देश के लिए गर्व की बात नहीं है.

उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने Pakistan के खिलाफ जो कार्रवाई की, उसमें उसने आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया और रावलपिंडी व कराची में धूल उड़ा दी. अखिलेश यादव का इस पर सवाल उठाना India की अस्मिता पर चोट है.

उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को इतिहास की जानकारी नहीं है. 1947 में पीओके और अक्साई चिन को Pakistan व चीन को देना कांग्रेस की कूटनीतिक नाकामी थी. 1971 में 93 हजार सैनिकों का समर्पण और चंबड़ क्षेत्र को Pakistan को सौंपना भी कांग्रेस की गलती थी, जिसे प्रियंका भूल गई हैं.

उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पहली बार India ने विदेशी दबाव के बिना कड़ा रुख अपनाया. सिंधु जल संधि पर रोक लगाकर Pakistan में हाहाकार मचा दिया गया. Prime Minister मोदी ने अलग-अलग पार्टियों के नेताओं को दुनिया भर में भेजकर कूटनीति में सफलता हासिल की. कोलंबिया जैसे देश ने भी तारीफ की और अमेरिका ने टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित किया, जो कूटनीतिक जीत है. वहीं, कांग्रेस का इतिहास हमेशा असफलताओं से भरा रहा है.

उन्होंने बताया कि सीजफायर का फैसला एक व्यक्ति नहीं, बल्कि कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी, सेना के तीनों अंगों (थल, जल, वायु), सीडीएस, एनएसए और मंत्रियों की सलाह से लिया जाता है. यह फैसला लड़ने की Political इच्छाशक्ति दिखाता है, जो मोदी जी ने साबित की. Pakistan डर गया और सीजफायर के बावजूद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को होल्ड पर रखा गया है. Pakistan ने फिर दुस्साहस किया, तो वह अपनी ताकत खो देगा.

सुनील शर्मा ने कहा कि विपक्ष को देश की सुरक्षा और सेना का सम्मान करना चाहिए, न कि सियासत चमकाने के लिए सवाल उठाने चाहिए. Government जनता के हित में काम कर रही है और विपक्ष को समर्थन करना चाहिए.

एसएचके/एबीएम