New Delhi, 28 जुलाई . तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कैश-फॉर-क्वेरी मामले में बढ़ सकती हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में अपनी जांच रिपोर्ट लोकपाल को सौंप दी है. अब लोकपाल इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय करेगा. सीबीआई ने शिकायत नंबर 201/2023 के तहत जांच की, जिसमें मोइत्रा पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
सीबीआई ने लोकपाल की सिफारिश पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत पिछले साल 21 मार्च को महुआ और हीरानंदानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी.
पिछली Lok Sabha में मोइत्रा को दिसंबर 2023 में ‘अनैतिक आचरण’ के लिए सदन से निष्कासित कर दिया गया था. उन्होंने इस निष्कासन को यह दावा करते हुए कि यह साजिश के तहत और बिना उन्हें सफाई का मौका दिए सदन से निष्कासित किया गया Supreme court में चुनौती दी थी.
हालांकि, 2024 के आम चुनावों में उन्होंने कृष्णानगर सीट से भाजपा की अमृता रॉय को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी और वर्तमान में वह फिर से टीएमसी सांसद हैं.
महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी मामले में सीबीआई ने लोकपाल के निर्देश पर इसकी प्रारंभिक जांच की और अब अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंप दी है. अधिकारियों के अनुसार, सीबीआई ने जांच में पाए गए तथ्यों को लोकपाल के सामने रखा है, जो अब मामले में अगला कदम सुनिश्चित करेगा. इस मामले ने Political हलकों में हलचल मचा दी है.
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा तब चर्चा में आ गई थीं, जब बीजू जनता दल (बीजेडी) के पूर्व सांसद तथा सीनियर वकील पिनाकी मिश्रा के साथ शादी को लेकर उन्होंने 5 जून को एक पोस्ट social media पर किया था. तब पिनाकी मिश्रा के साथ केक काटते हुए एक तस्वीर social media हैंडल पर पोस्ट करते हुए महुआ ने कैप्शन में लिखा था, “आप सभी के प्यार और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद! अत्यंत आभारी हूं.
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वीकेयू/जीकेटी