चंडीगढ़, 28 जुलाई . पंजाब भाजपा के वरिष्ठ नेता फतेहजंग सिंह बाजवा ने लैंड पूलिंग नीति पर प्रदेश Government पर कड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यह पंजाब को लूटने का एजेंडा है.
उन्होंने से बातचीत के दौरान कहा कि अरविंदर केजरीवाल और उनकी टीम ने पंजाब को लूटने के लिए लैंड पूलिंग पॉलिसी बनाई है. वह अपना खर्च पंजाब पर डाल रहे हैं और Prime Minister बनने का सपना देख रहे हैं. तीन किसान कानून बनाए गए, सभी किसान इसके खिलाफ खड़े हुए, एक आवाज उठी और आखिरकार पीएम मोदी ने इन कानूनों को वापस ले लिया. Prime Minister ने किसानों को प्राथमिकता दी. यहां इसके विपरीत है, क्योंकि उनके एक सांसद मालविंदर सिंह कांग ने एक्स पर पोस्ट किया कि लैंड पूलिंग का मामला Government को किसानों के साथ बात करके लागू करना चाहिए. उसके कुछ समय बाद उस पोस्ट को हटा लिया गया. आपने अगर पंजाब की आवाज को बुलंद किया तो उसको डिलीट क्यों किया गया.
उन्होंने कहा कि लैंड पूलिंग नीति का मतलब है किसानों से कम दाम में जमीन लेना. वे बड़े प्रोजेक्ट लेकर आएंगे, बिल्डर दिल्ली से आएंगे और पंजाब के खजाने को लूटेंगे. लैंड पूलिंग नीति की क्या जरूरत है? यह पैसे कमाने की पॉलिसी है. 2027 के विधानसभा चुनाव में बस डेढ़ साल बचा है, जनता उन्हें डिलीट कर देगी, जैसे उनके सांसद ने पोस्ट डिलीट कर दिया. लोग उनसे नाराज हैं, यहां तक कि भगवंत मान भी अपनी सीट गंवा देंगे. किसान संगठन भी विरोध कर रहे हैं. पंजाब के लोग किसी भी कीमत पर उन्हें नहीं छोड़ेंगे. पंजाब के किसान अपनी जमीन को बच्चों की तरह पालते हैं, वे जमीन की एक इंच भी Government को नहीं देंगे.
उन्होंने कहा कि बच्चों को नशा विरोधी शिक्षा देने का यह तरीका नहीं है, यह माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे उन्हें घर पर ही इसकी शिक्षा दें. अगर वे कोई अध्याय जोड़ने की योजना बना रहे हैं, तो मुझे लगता है कि यह अच्छी बात है. यह कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन इसका असर उन पर भी पड़ना चाहिए.
उन्होंने संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा को लेकर कहा कि सभी Political दलों का अपना तंत्र होता है. वे हमेशा Government को घेरने की कोशिश करते हैं. यह देश और दुनिया दोनों के हित में है. भारतीय सेना ने किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाया है. अगर आतंकवादी हम पर हमला करेंगे, तो हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे. पूरी दुनिया को यह संदेश गया कि हमने सिर्फ आतंकवादियों को निशाना बनाया है.
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एएसएच/एबीएम