‘उपाधि देने से कोई अंबेडकर नहीं बन सकता’, राहुल गांधी पर गजेंद्र सिंह शेखावत का जवाब

जोधपुर, 27 जुलाई . केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राहुल गांधी पर जबरदस्त प्रहार किया है. कांग्रेस नेता उदित राज ने एक बयान दिया कि ‘राहुल गांधी दूसरा अंबेडकर साबित होंगे.’ इस पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने पलटवार करते हुए कहा कि सिर्फ उपाधि देने से कोई अंबेडकर नहीं बन सकता है.

राहुल गांधी को ‘अंबेडकर’ की उपाधि देने पर प्रतिक्रिया देते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “उनकी पार्टी उन्हें जो भी उपाधि दे, कोई नहीं रोक सकता है. लेकिन बाबासाहेब अंबेडकर बनने के लिए कठोर तपस्या, गहरी सोच, अध्ययन और खुले विचारों की जरूरत होती है. सिर्फ उपाधि देने से कोई अंबेडकर नहीं बन सकता.”

गजेंद्र सिंह शेखावत Sunday को जोधपुर पहुंचे. एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने झालावाड़ में स्कूल भवन गिरने से हुई दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया और कहा कि जांच पूरी होने के बाद निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी.

Union Minister गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “Government की प्राथमिकता है कि ऐसा हादसा भविष्य में दोबारा न हो. इसके लिए सभी Governmentी विद्यालयों और सार्वजनिक भवनों का आकलन (ऑडिट) किया जाएगा. Chief Minister भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में इस संबंध में निर्देश भी दिए जा चुके हैं.”

शिक्षा मंत्री के इस्तीफे को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, “इस्तीफा देना या मांगना Political प्रेरित बयान होते हैं. जो कुछ हुआ, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण था और टाला जा सकता था. अब हमें इससे सबक लेने की जरूरत है.”

इस दौरान नीतीश कुमार Government को लेकर चिराग पासवान की हालिया टिप्पणी पर भी गजेंद्र सिंह शेखावत ने जवाब दिया. शेखावत ने कहा, “ऐसे विषयों पर फौरी टिप्पणी करना आवश्यक नहीं है. एनडीए के सभी घटक दल एकजुट हैं और बिहार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए की Government बनेगी.”

बिहार की आपराधिक घटनाओं पर चिराग पासवान ने कहा था, “मुझे शर्म है ऐसी Government को समर्थन देने में, जहां अपराध बेलगाम हो चुका है.”

बिहार में युवती से एंबुलेंस में दुष्कर्म की घटना पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए बयान कि “अपराध इतना बढ़ गया है कि अपराधी सम्राट बन गया है”, इस पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “अपराध की कोई सीमा नहीं होती, यह सवाल उन्हीं से पूछा जाना चाहिए.”

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