New Delhi, 26 जुलाई . जनता दल यूनाइटेड (जदयू) सांसद दिलेश्वर कामैत ने बिहार में वोटर वेरिफिकेशन के मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि फर्जी मतदाताओं को वोटर लिस्ट से बाहर करने का काम चुनाव आयोग करता है. इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए.
Saturday को से बातचीत के दौरान जदयू सांसद ने कहा कि चुनाव आयोग एक निष्पक्ष और संवैधानिक संस्था है. आयोग के पास स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने का अधिकार है. अगर मतदाता सूची में फर्जी नाम हैं, जैसे कि जो भारतीय नागरिक नहीं हैं, जिनकी मृत्यु हो गई है, या जिन्होंने अपना नाम किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर लिया है, तो ऐसे नामों को हटाना आयोग का कर्तव्य है. इसी कारण यह प्रक्रिया अपनाई जा रही है. अब पूरे देश में एसआईआर कराया जाएगा. जो फर्जी मतदाता होंगे, उन्हें हटाया जाएगा. एक वोटर जो दो जगहों पर वोटर लिस्ट में दर्ज है, उसे हटाया जाएगा.
जदयू सांसद ने इस बात पर जोर दिया है कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सभी का सहयोग होना चाहिए. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की जनता एकजुट है. एनडीए की Government लौटने वाली है. इसीलिए विपक्षी दल बेवजह के आरोप लगा रहे हैं, चुनाव बहिष्कार करने की बात कही जा रही है. बिहार की जनता लालू यादव के कार्यकाल को नहीं भूली है.
उन्होंने कहा कि 20 साल में नीतीश कुमार ने एनडीए के नेतृत्व में बिहार का चहुंमुखी विकास किया है. जनता उनके कार्यकाल से खुश है. नीतीश कुमार बिहार की जनता के लिए कई लाभकारी योजनाएं चला रहे हैं. बुजुर्गों की पेंशन राशि बढ़ाई गई. 11 लाख लोगों को एक साल में नौकरी दी गई. उन्होंने महिला सशक्तीकरण के लिए बेहतर काम किया है. लोग आगे बढ़ रहे हैं और उन्हें नीतीश कुमार की Government पर विश्वास है. जनता एनडीए को वोट करना चाहती है. इसीलिए विपक्ष घबरा रहा है.
जदयू सांसद ने तर्क दिया कि अगर आप 2005 से पहले की स्थिति देखें, तो लोग घर से बाहर निकलने से भी डरते थे. डर का माहौल था, जबरन वसूली थी, फिरौती के लिए अपहरण होता था. आज बिहार में असली विकास हो रहा है.
चिराग पासवान पर उन्होंने कहा कि एनडीए में सबकुछ ठीक है. वह हमारे साथ हैं, मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
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डीकेएम/एबीएम