गणेशोत्सव पर कोंकण रेलवे की सौगात, यात्री अब कार समेत कर सकेंगे यात्रा

कोंकण, 26 जुलाई . कोंकण रेलवे ने गणेशोत्सव के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए रो-रो (रोल-ऑन-रोल-ऑफ) सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है. इस अनोखी सेवा के तहत यात्री अपनी कार के साथ ट्रेन से यात्रा कर सकेंगे.

कोंकण रेलवे के प्रबंधक संतोष कुमार झा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि यह सेवा महाराष्ट्र के कोलाड से गोवा के वेरना तक संचालित होगी. यह सुविधा 23 अगस्त से शुरू होकर 11 सितंबर तक चलेगी. गणेशोत्सव के दौरान कोंकण क्षेत्र में भारी भीड़ होती है और कई यात्री अपनी कार साथ ले जाना चाहते हैं. इसे देखते हुए रेलवे ने यह कदम उठाया है.

उन्होंने बताया कि इस सेवा के अंतर्गत एक विशेष ट्रेन में 20 वैगन होंगे, जिनमें 40 कारों को ले जाया जा सकेगा. कारों को वैगन पर सुरक्षित बांधकर गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा. ट्रेन में यात्रियों के लिए एक थर्ड एसी और एक सेकंड एसी कोच भी होगा, जिसमें कार मालिक आरामदायक यात्रा कर सकेंगे. इन कोचों में लिनन और कैटरिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी. यह ट्रेन कोलाड से शाम 5 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 5 बजे गोवा के वेरना स्टेशन पहुंचेगी. इसी तरह, गोवा से कोलाड के लिए ट्रेन शाम 5 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 5 बजे कोलाड पहुंचेगी. यह सेवा हर दूसरे दिन उपलब्ध होगी, जिससे यात्री अपनी सुविधानुसार यात्रा की योजना बना सकेंगे.

संतोष कुमार झा ने कहा कि इस सेवा का किराया काफी किफायती रखा गया है. एक कार को ले जाने का शुल्क 7,875 रुपये है, जिसमें किसी भी प्रकार की कार को ले जाया जा सकता है. थर्ड एसी में यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति टिकट 935 रुपये और सेकंड एसी में 1,295 रुपये होगा. यात्रियों को इस सेवा का लाभ उठाने के लिए पहले से टिकट बुक करना अनिवार्य होगा. पंजीकरण प्रक्रिया 21 जुलाई से शुरू हो चुकी है और 13 अगस्त तक चलेगी. पंजीकरण के लिए 4,000 रुपये का शुल्क लिया जाएगा, जो बाद में माल भाड़े में समायोजित कर दिया जाएगा.

उन्होंने बताया कि गणेशोत्सव कोंकण क्षेत्र का सबसे बड़ा उत्सव है और इस दौरान लोग अपने गांव जाते हैं. इस सेवा से यात्री बिना किसी परेशानी के अपनी कार के साथ यात्रा कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि पंजीकरण शुरू होने के बाद से ही यात्रियों की ओर से काफी पूछताछ की जा रही है और कुछ बुकिंग भी हो चुकी हैं. उन्होंने सभी यात्रियों से अपील की कि वे इस सुविधा का लाभ उठाएं और गणेशोत्सव को और भी यादगार बनाएं.

प्रबंधक ने यह भी बताया कि यदि इस सेवा को यात्रियों की ओर से अच्छा रिस्पांस मिला, तो इसे भविष्य में नियमित रूप से जारी रखने पर विचार किया जाएगा. इसके अलावा, अन्य बड़े त्योहारों पर भी मांग के आधार पर इस तरह की सेवा शुरू की जा सकती है. यह पहल कोंकण रेलवे की ओर से यात्रियों की सुविधा और नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

एसएचके/डीएससी