बिहार के 7.23 करोड़ मतदाताओं ने एसआईआर प्रक्रिया में हिस्सा लेकर जताया पूरा भरोसा

Patna, 25 जुलाई . बिहार मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण में राज्य के 7.23 करोड़ मतदाताओं ने हिस्सा लिया और एसआईआर पर भरोसा जताया. एसआईआर में अब तक बिहार के 99.86 प्रतिशत मतदाता कवर किए जा चुके हैं.

India निर्वाचन आयोग द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार, एसआईआर में 7.23 करोड़ मतदाताओं के फॉर्म प्राप्त और डिजिटाइज्ड हो चुके हैं. इन सभी मतदाताओं के नाम प्रारूप मतदाता सूची में शामिल होंगे. बाकी मतदाताओं के फॉर्म भी बीएलओ की रिपोर्ट के साथ डिजिटाइज्ड होने का काम 1 अगस्त तक पूरा हो जाएगा.

फॉर्म न भरने वालों, मृतकों व स्थायी रूप से प्रवास कर चुके लोगों की लिस्ट भी सभी 12 Political दलों से 20 जुलाई को साझा की जा चुकी है, ताकि किसी भी त्रुटि को 1 अगस्त को प्रकाशित होने वाली प्रारूप मतदाता सूची में सुधारा जा सके. Political दलों में बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट), इंडियन नेशनल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट) (लिबरेशन), राष्ट्रीय लोक जन शक्ति पार्टी, लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास), नेशनल पीपुल्स पार्टी और आम आदमी पार्टी शामिल हैं.

एसआईआर में 24 जून से लेकर अब तक करीब 22 लाख मृतक मिले. करीब 7 लाख मतदाताओं के वोट एक से ज्यादा जगह पाए गए हैं. करीब 35 लाख मतदाता या तो स्थायी रूप से प्रवास कर चुके या उनका कोई पता नहीं चल पा रहा है. करीब 1.2 लाख मतदाताओं के गणना फॉर्म अभी वापस नहीं मिले हैं.

बिहार एसआईआर के प्रथम चरण को अभी तक सफल बनाने का श्रेय बीएलओ और वॉलंटियर्स, सभी 12 Political दलों, उनके 38 जिलों के प्रेसिडेंट्स, और उनके द्वारा नामित किए गए 1.60 लाख बीएलए को जाता है.

एसआईआर ऑर्डर के अनुरूप, 1 अगस्त से 1 सितंबर तक कोई भी निर्वाचक या Political दल, किसी योग्य मतदाता का नाम छूटने पर या अयोग्य मतदाता का नाम शामिल होने पर ईआरओ को फॉर्म भरकर दावे और आपत्ति दर्ज कर सकते हैं.

डीकेपी