राहुल गांधी पर राम कदम ने साधा निशाना, कहा- अपने बयानों से पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को खुश करते हैं

Mumbai , 24 जुलाई . भाजपा विधायक राम कदम ने Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर जोरदार पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने भारत-पाक के बीच युद्ध विराम कराने के अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दावों पर कहा कि ‘कुछ न कुछ तो दाल में काला’ है. भाजपा नेता राम कदम ने राहुल गांधी के इस बयान को पाकिस्तान में बैठे आतंकवादियों को खुश करने वाला करार दिया है.

Thursday को से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के कुछ वर्षों के बयानों को देखकर लगता है कि जैसे उन्होंने आतंकियों को खुश करने के लिए सुपारी ली है. हर दूसरे दिन वह आतंकियों को खुश करने के लिए बयान देते हैं.

राम कदम ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा, “आप भारत माता के सपूत हैं, क्या कभी आपने सोचा कि आपके इस बयान से हमारी साहसी फौज, पहलगाम आतंकी हमले में अपनों को खोने वाले लोगों को कैसा महसूस हुआ होगा? राहुल गांधी कभी बयान देने से पहले सोचते नहीं हैं. बस आतंकियों को खुश करने में ही उन्हें आनंद आता है. राम कदम ने दावा किया है कि राहुल गांधी विदेश दौरे पर हमेशा देश के खिलाफ बात करते हैं. कांग्रेस में राहुल गांधी ऐसे नेता हैं जो हमेशा बालक की भांति बात करते हैं.”

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाले ने Chief Minister देवेंद्र फडणवीस पर अनर्गल बयान इसीलिए दिया ताकि वह सुर्खियों में बने रहें. हम हर मंच से उन्हें जवाब देने के लिए तैयार हैं.

चुनाव आयोग को लेकर ‘सामना’ में की गई टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि यूबीटी से अपने लोगों ने किनारा कर लिया. यह लोग सुर्खियों में रहने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को कोसते हैं. चुनाव आयोग पर सवाल उठाने से पहले उन्हें समझना चाहिए कि Lok Sabha में चुनाव जीते तो आयोग अच्छा था. चुनाव हारे तो आयोग गलत कैसे हो गया. यह दोहरी मानसिकता है.

भाजपा नेता राम कदम ने सांगली टॉयलेट वीडियो और मारपीट मामले पर कहा कि टॉयलेट का जो वीडियो सामने आया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. हिंदुत्व का नाम लेकर दल चलाने वाले लोग अपने हिंदू भाई को किसी भाषा की आड़ में मार रहे हैं. क्या यह आपका हिंदुत्व है? मारने का अधिकार तो किसी को नहीं है. कोई किसी जाति या धर्म का हो तो मारने का अधिकार किसी को नहीं है.

तेजस्वी यादव पर उन्होंने कहा कि जब चुनाव जीतते हैं तो ईवीएम, चुनाव आयोग सब कुछ सही लगता है. कर्नाटक में जीत मिली, तब सब कुछ अच्छा था. तेलंगाना में भी कोई सवाल नहीं उठाया गया. लेकिन जब हार सामने नजर आती है, तो तुरंत संस्थाओं पर सवाल उठाने लगते हैं. ये दोगली बातें लोकतंत्र के लिए शोभा नहीं देतीं.

Mumbai लोकल ट्रेन ब्लास्ट मामले में Supreme court में सुनवाई पर उन्होंने कहा कि हमारी न्यायपालिका सबूतों के आधार पर फैसला लेती है. इसमें काफी विलंब हुआ है. हाई कोर्ट से न्याय नहीं मिला है. इसलिए Supreme court से अपील की गई है.

राम कदम ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव का यह रवैया साफ दिखाता है कि आगामी चुनाव से पहले वे अभी से हार का बहाना बना रहे हैं. जब चुनाव होते हैं तो हार-जीत सामान्य बात है, लेकिन इस तरह पहले से ही आयोग और चुनाव प्रणाली को कटघरे में खड़ा करना केवल उनकी बौखलाहट को दिखाता है. लोकतंत्र में सभी को मजबूती से चुनाव लड़ने का अधिकार है. केवल करारी हार के डर से वे ऐसी भूमिकाएं बना रहे हैं जो ठीक नहीं हैं.

डीकेएम/