भारत का आईटी इकोसिस्टम 60 लाख से ज्यादा लोगों को देता है रोजगार : जितिन प्रसाद

New Delhi, 23 जुलाई . Wednesday को संसद को दी गई जानकारी के अनुसार, India में एक मज़बूत इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम है, जो 250 अरब डॉलर से ज्यादा का वार्षिक राजस्व उत्पन्न करता है और 60 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करता है.

स्टैनफोर्ड एआई रैंकिंग जैसी ग्लोबल रैंकिंग India को एआई स्किल्स, क्षमताओं और एआई के उपयोग की नीतियों के मामले में टॉप देशों में शामिल करती है.

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने Lok Sabha में एक लिखित जवाब में कहा कि India गिटहब एआई प्रोजेक्ट्स में दूसरा सबसे बड़ा योगदानकर्ता भी है.

उन्होंने बताया कि India की एआई रणनीति Prime Minister Narendra Modi के टेक्नोलॉजी के उपयोग को लोकतांत्रिक बनाने के दृष्टिकोण पर आधारित है. इसका उद्देश्य भारत-केंद्रित चुनौतियों का समाधान करना और सभी भारतीयों के लिए आर्थिक और रोजगार के अवसर पैदा करना है.

India की एआई रणनीति का उद्देश्य India को एआई में एक ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करना है.

Government ने मार्च 2024 में इंडियाएआई मिशन की शुरुआत की. यह India के विकास लक्ष्यों के अनुरूप एक मजबूत और समावेशी एआई इकोसिस्टम स्थापित करने की एक रणनीतिक पहल है.

राज्य मंत्री ने इंडियाएआई मिशन के तहत Government द्वारा लागू की जा रही सात-स्तंभ रणनीति पर प्रकाश डाला, जिसमें इंडियाएआई कंप्यूट क्षमता शामिल है, जिसका उद्देश्य एमएसएमई और स्टार्टअप सहित सभी को किफायती लागत पर उच्च-स्तरीय कंप्यूट पावर (जीपीयू) प्रदान करना है.

भारतीय डेटासेट और भाषाओं पर प्रशिक्षित India के बड़े मल्टीमॉडल मॉडल (एलएमएम) विकसित करने के लिए इंडियाएआई फाउंडेशन मॉडल परियोजना भी शुरू की गई है. इसका उद्देश्य जनरेटिव एआई में संप्रभु क्षमता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करना है.

एआई मॉडल के प्रशिक्षण के लिए बड़े डेटासेट विकसित करने के लिए एआईकोश को Governmentी और गैर-Governmentी स्रोतों से डेटासेट को इंटीग्रेट करने वाले एक यूनिफाइड डेटा प्लेटफॉर्म के रूप में विकसित किया गया है.

जलवायु परिवर्तन और आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा, कृषि, शासन और सीखने की अक्षमताओं के लिए सहायक तकनीकों जैसे क्षेत्रों में भारत-विशिष्ट चुनौतियों के लिए एआई एप्लिकेशन विकसित करने के लिए इंडियाएआई एप्लिकेशन डेवलपमेंट इनिशिएटिव भी शुरू किया गया है.

India में एआई-कुशल पेशेवरों को विकसित करने के लिए इंडियाएआईफ्यूचरस्किल्स परियोजना शुरू की गई है ताकि एआई क्षेत्र में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी धारकों की संख्या में वृद्धि की जा सके.

एआई स्टार्टअप्स को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए इंडियाएआई स्टार्टअप फाइनेंसिंग की स्थापना की गई है. इसके अलावा, राज्य मंत्री ने आगे कहा कि Government सुरक्षित और विश्वसनीय एआई पर जोर दे रही है ताकि इनोवेशन और मजबूत शासन ढाँचे के बीच संतुलन बनाया जा सके और जिम्मेदार एआई को अपनाया जा सके.

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