आईआईटी खड़गपुर में रहस्यमयी परिस्थितियों में छात्र की मौत, 4 दिन में दूसरा मामला

कोलकाता, 22 जुलाई . भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर के एक द्वितीय वर्ष के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र की कैंपस में रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई.

छात्र की पहचान चंद्रदीप पवार के रूप में हुई है, जो Monday रात मृत पाया गया. पिछले चार दिनों में संस्थान के किसी छात्र की परिसर में मौत की यह दूसरी घटना है.

इससे पहले 18 जुलाई को रितम मंडल का शव उसके हॉस्टल के कमरे में संदिग्ध हालत में मिला था. वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग के चौथे साल का छात्र था.

संस्थान के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को बताया कि Monday रात खाना खाने के बाद छात्र ने डॉक्टर की सलाह पर एक दवाई खाई. स्थानीय पुलिस सूत्रों के अनुसार, दवाई का टैबलेट उसके गले की नली (श्वासनली) में फंस गया, जिससे उसकी मौत हो गई.

मध्य प्रदेश निवासी पवार को आईआईटी खड़गपुर परिसर के एक अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पवार के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत का असली कारण पता चलेगा.

स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मृतक छात्र के परिजनों को Monday रात ही सूचना दे दी गई थी और वे Tuesday सुबह खड़गपुर पहुंच गए.

संस्थान से संबंधित एक शख्स ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से पवार मानसिक दबाव में था.

आईआईटी खड़गपुर में परिसर के भीतर अप्राकृतिक मौत का यह पांचवां मामला है. इससे पहले, 18 जुलाई को रीतम मंडल की मौत हुई थी. 18 जुलाई को रीतम मंडल की मौत हुई थी. 12 जनवरी को तीसरे साल के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्र शौन मलिक ने आत्महत्या कर ली थी. 20 अप्रैल को महाराष्ट्र के अनिकेत वॉकर, जो फाइनल ईयर ओशन इंजीनियरिंग के छात्र थे, हॉस्टल में फांसी पर लटके मिले थे. 4 मई को बिहार के मोहम्मद आसिफ क़मर, जो तीसरे साल के बीटेक के छात्र थे, हॉस्टल के कमरे में मृत पाए गए थे.

पीएसके