पूरा भारत ‘मेक इन इंडिया’ का लाभ ले रहा, राहुल गांधी के पास कोई मुद्दा ही नहीं: सुशीबेन शाह

Mumbai , 21 जुलाई . शिवसेना प्रवक्ता सुशीबेन शाह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के ‘मेक इन इंडिया’ को ‘असेंबल इन इंडिया’ कहने पर ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है.

सुशीबेन शाह ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ का लाभ आज पूरा भारत उठा रहा है और पूरी दुनिया इसकी सराहना कर रही है.

Monday को से बातचीत में उन्होंने कहा कि आज इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल फोन क्षेत्र में भारत बहुत आगे है. यहां सबसे ज्यादा फोन बनाए जाते हैं, जो दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा है. भारत की फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री आज दुनिया भर में अपनी अलग पहचान रखती है. ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में भी भारत आज अव्वल नंबर पर है. मेक इन इंडिया हर लिहाज से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को सपोर्ट कर रहा है.

उन्होंने Lok Sabha के नेता प्रतिपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा, “हर सेक्टर में मोदी सरकार मैन्युफैक्चरिंग को सपोर्ट करने में लगी है. राहुल गांधी को पता है कि वह कांग्रेसी फैक्ट्री में गए थे. तभी वो इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. फैक्ट्री में मेक इन इंडिया के तहत मैन्युफैक्चरिंग का फायदा नहीं लिया गया, इसीलिए वह असेंबल हो रहा होगा. लेकिन, आज पूरे भारत में मेक इन इंडिया का लाभ उठाया जा रहा है.”

कांग्रेस सांसद शशि थरूर पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी डरी हुई है, खासकर राहुल गांधी, क्योंकि उन्हें ऐसा राजनेता पसंद नहीं जो उनसे बेहतर और समझदारी से बोलता हो. उन्होंने कहा, एक बात स्पष्ट कर दूं कि शशि थरूर एक सच्चे राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं. उन्होंने हमेशा राष्ट्रहित में बात की है. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत उन्होंने भारत की आतंकवाद के खिलाफ नीति को विदेशों में रखा. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए के साथ खड़े हैं. मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस शशि थरूर से क्यों डरती है. राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे को जवाब देना चाहिए.

राहुल गांधी के आरोप पर उन्होंने कहा कि आज पूरा देश मोदी और एनडीए के साथ है. ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान को करारा जवाब दिया गया. पाकिस्तान भी समझ गया है कि यह नया भारत है जो घर में घुसकर मारता है. राहुल गांधी खुद को नेता विपक्ष बताते हैं, क्या वह भारत के साथ हैं? वह हमेशा निगेटिव बातें करते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का काम बोलना है. राहुल गांधी को समझना चाहिए कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारतीय सेना ने इस मुद्दे को बहुत ही अच्छे तरह से देश के सामने रखा. इसके बाद राहुल गांधी सवाल पूछकर बस सेना के पराक्रम को ठेस पहुंचा रहे हैं.

डीकेएम/केआर