ऑपरेशन सिंदूर रहा कामयाब, आतंकी आकाओं के ठिकानों को 22 मिनट में ही किया जमींदोज: पीएम मोदी

New Delhi, 21 जुलाई . संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही से पहले Prime Minister Narendra Modi ने पत्रकारों को संबोधित किया. डिफेंस, इकोनॉमी, नक्सलवाद समेत कई विषयों पर विचार साझा कर कहा कि ये सत्र विजयोत्सव का है.

Prime Minister मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सेना ने जो लक्ष्य निर्धारित किया था, वह 100 फीसदी पूरा किया गया. आतंकी आकाओं के घर जाकर 22 मिनट में ऑपरेशन सिंदूर के तहत उनके ठिकानों को जमींदोज किया गया. हमने यह सिद्ध करके दिखा दिया. इस अभियान के दौरान मेड इन इंडिया सैन्यशक्ति का नया स्वरूप दिखा है. विश्व भर में मेड इन इंडिया के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है.

उन्होंने कहा कि ये मानसून सत्र राष्ट्र के लिए बहुत ही गौरवपूर्ण सत्र है. यह मानसून राष्ट्र के लिए विजयोत्सव का रूप है. पहली बार अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत का तिरंगा का लहराना हर देशवासी के लिए गौरव का पल है. देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, नवाचार के प्रति नया उमंग और उत्साह भरने वाली यात्रा रही है. पूरे संसद, दोनों सदन और देशवासी जिस गौरव का अनुभव कर रहे हैं, उसमें एक स्वर से जुड़ेंगे और इसका यशगान होगा.

Prime Minister मोदी ने कहा कि देश कई प्रकार की हिंसक वारदातों का शिकार रहा है, चाहे आतंकवाद हो या नक्सलवाद. कोई शुरुआत में हुआ, कोई बाद में, आज नक्सलवाद-माओवाद का दायरा तेजी से सिकुड़ रहा है. इसे जड़ से उखाड़ने के संकल्प के साथ एक नए आत्मविश्वास और तेज गति से सफलता की ओर कदम रख रहे हैं. मैं गर्व से कह सकता हूं कि देश में सैकड़ों जिले आज मुक्ति की सांस ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि बम, बंदूक और पिस्तौल के सामने भारत का संविधान विजयी हो रहा है. पहले जो क्षेत्र ‘रेड कॉरिडोर’ के नाम से जाने जाते थे, वे अब ‘ग्रीन ग्रोथ जोन’ में बदल रहे हैं, जो देश के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है. वहीं, आर्थिक प्रगति को लेकर उन्होंने कहा कि 2014 से पहले भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में दसवें स्थान पर था, लेकिन आज यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है. उन्होंने इस प्रगति को देश की मेहनत और नीतियों का परिणाम बताया.

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि यह सत्र केवल कानून बनाने का अवसर नहीं, बल्कि देश की प्रगति और गौरव को विश्व पटल पर स्थापित करने का उत्सव है.

पीएसके/केआर