Mumbai , 20 जुलाई . एनसीपी (एसपी) विधायक रोहित पवार के खिलाफ आजाद मैदान Police स्टेशन में First Information Report दर्ज कराई गई है. एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड के समर्थक नितिन देशमुख की गिरफ्तारी पर रोहित पवार ने आपत्ति जताई थी. आरोप है कि गिरफ्तारी को लेकर उनकी Police अधिकारियों से बहस हो गई थी.
पवार के इस रवैए को Governmentी काम में बाधा डालने की कोशिश करार देते हुए First Information Report दर्ज कराई गई है.
दरअसल, Maharashtra विधान भवन में 17 जुलाई को हुई झड़प के दौरान भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर के समर्थकों ने नितिन देशमुख पर हमला किया था. इसके विरोध में जितेंद्र आव्हाड ने विधान भवन परिसर में प्रदर्शन किया था. उन्होंने Police वाहन को रोककर नितिन देशमुख की रिहाई की मांग की और Police पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया.
वहीं रोहित पवार ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि Police अधिकारी ने उन्हें उचित जानकारी नहीं दी और ऊंची आवाज में बात की, जिसके कारण बहस हुई.
social media पर वायरल एक वीडियो में रोहित पवार Police अधिकारी से ऊंची आवाज में कहते दिखे, “अपनी आवाज मत उठाओ, अगर तुम बोलने में सक्षम नहीं हो तो मत बोलो.”
Police अधिकारी ने बताया कि आव्हाड और पवार पूछताछ के लिए थाने आए थे. बाद में दोनों ने Governmentी जे.जे. अस्पताल में जाकर नितिन देशमुख से मुलाकात की. आव्हाड और पवार ने Police पर पक्षपात का आरोप लगाया है, जबकि Police का कहना है कि कार्रवाई कानून के अनुसार हुई है. यह मामला विधान भवन में हुई झड़प और उसके बाद के प्रदर्शन से जुड़ा है.
रोहित पवार ने आरोप लगाया कि भाजपा के विधायक अपने साथ 4-5 गुंडों को लेकर विधान भवन में आए थे. उन लोगों ने जितेंद्र आव्हाड को निशाना बनाकर हमला करने की कोशिश की. यह सुनियोजित था, उन्हें पहले से ही मैसेज के जरिए धमकी दी जा चुकी थी. नितिन देशमुख और आव्हाड के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर उन्हें बचाया.
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एएसएच/केआर