New Delhi, 20 जुलाई . कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि ‘राष्ट्र पहले आता है और पार्टियां देश को बेहतर बनाने का माध्यम हैं.’ शशि थरूर के बयान पर भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि देश हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और शशि थरूर ने भी यही बात कही है.
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने Sunday को न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, “भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हमेशा से कहती रही है कि व्यक्ति पार्टी के बाद आता है और पार्टी राष्ट्र के बाद आती है. राष्ट्र हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. शशि थरूर ने भी यही विचार व्यक्त किए हैं और मैं उनके बयान का स्वागत करता हूं. जब राष्ट्रीय मुद्दों की बात आती है, तो राजनीतिक मतभेदों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए. पहले देश जरूरी है और उसके बाद राजनीति.”
संसद के मानसून सत्र को लेकर भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “मानसून सत्र में कई विधायी काम पूरे होने हैं, जिनमें लगभग आठ विधेयकों को पारित कराने के साथ-साथ कई अन्य कार्य भी शामिल हैं. मुझे उम्मीद है कि विपक्ष सत्र के दौरान रचनात्मक भूमिका निभाएगा. सदन का उद्देश्य चर्चा कराना है और हर मुद्दे पर सार्थक बहस होनी चाहिए. अगर विपक्ष सकारात्मक सोच के साथ आए, तो मेरा मानना है कि हम सब मिलकर संसद के माध्यम से जनता की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं.”
भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने चांदनी चौक में अवैध निर्माण वाली संपत्तियों को सील करने के Supreme court के आदेश पर कहा, “अवैध निर्माण किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता. दिल्ली नगर निगम के कानूनों में किसी भी अवैध निर्माण को रोकने के लिए पर्याप्त प्रावधान हैं. इस संदर्भ में Supreme court की टिप्पणियां और आदेश बेहद महत्वपूर्ण हैं और इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती कि Supreme court के आदेशों का पालन किया जाना चाहिए. न्यायालय द्वारा निर्देशित सभी एजेंसियों को उन निर्देशों का पूरी तरह से पालन करना चाहिए. हालांकि, यह निर्धारित करना जरूरी है कि क्या वैध है और क्या अवैध निर्माण. बेहतर होगा कि नगर निगम Supreme court में एक याचिका दाखिल करके कोर्ट से इस बात को स्पष्ट कराए कि वैध और अवैध निर्माण क्या है.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम के तरीकों पर बात करते हुए प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, “भारत एक स्वतंत्र और संप्रभु देश है. भारत अपनी नीतियां खुद तय करता है. हमारा नेतृत्व समझता है कि भारत के पक्ष में क्या है और क्या नहीं. हम सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में निर्णय लेने की क्षमता के साथ-साथ उन निर्णयों के पीछे लोगों को एकजुट करने की क्षमता भी है. इसलिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हावी होना किसी के लिए भी संभव नहीं है.”
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