Mumbai , 18 जुलाई . महाराष्ट्र के Chief Minister देवेंद्र फडणवीस और Union Minister अश्विनी वैष्णव ने Friday को Mumbai में भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) के पहले परिसर का उद्घाटन किया. आईआईसीटी-एनएफडीसी परिसर के उद्घाटन और वेव्स 2025 परिणाम रिपोर्ट के विमोचन के अवसर पर बोलते हुए, महाराष्ट्र के Chief Minister देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “वेव्स 2025 ने रचनाकारों की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी है.”
भारत के प्रमुख तकनीकी और प्रबंधन संस्थानों की तर्ज पर एक “रचनात्मक आईआईटी” के रूप में परिकल्पित, आईआईसीटी आधुनिक सामग्री प्रौद्योगिकियों (वीएफएक्स, पोस्ट-प्रोडक्शन, एनीमेशन, गेमिंग और रचनात्मक आईटी) में स्किल-आधारित प्रशिक्षण प्रदान करेगा.
Union Minister अश्विनी वैष्णव ने कहा कि Mumbai , जो देश की एंटरटेनमेंट कैपिटल और सूचना प्रौद्योगिकी का वैश्विक केंद्र है, वहां आईआईसीटी-एनएफडीसी कैंपस की शुरुआत एक ऐतिहासिक कदम है.
इस कैंपस का पहला चरण 400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. यह परियोजना महाराष्ट्र सरकार और Chief Minister फडणवीस के सहयोग से गोरेगांव की फिल्म सिटी में शुरू की गई है. इस कैंपस में एक आधुनिक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किया गया है, जहां 6 महीने से 2 साल तक के कोर्स चलाए जाएंगे.
यह संस्थान आईआईटी और आईआईएम की तर्ज पर बनाया जा रहा है और यह रचनात्मकता व तकनीकी शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनेगा.
Chief Minister देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह दिन Mumbai और पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है. उन्होंने बताया कि Prime Minister Narendra Modi और Union Minister अश्विनी वैष्णव के विजन के तहत Mumbai में आईआईसीटी की स्थापना की गई.
हालांकि मुख्य भवन का काम अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन प्रारंभिक कैंपस से इसकी शुरुआत कर दी गई है. यहां दाखिला प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.
फडणवीस ने कहा कि यह परियोजना सिर्फ केंद्र और State government का सहयोग नहीं, बल्कि क्रिएटर इकोनॉमी और उद्योग-शैक्षणिक साझेदारी का प्रतीक है. देश की प्रमुख रचनात्मक कंपनियां इसमें भागीदार बन रही हैं.
उन्होंने इसे Mumbai में अगली पीढ़ी के एंटरटेनमेंट के लिए मानव संसाधन तैयार करने का ऐतिहासिक कदम बताया. उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार, Prime Minister मोदी, Union Minister वैष्णव और सभी सहयोगी संस्थाओं का आभार जताया.
इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन और मंत्रालय के सचिव संजय जायू भी मौजूद थे.
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वीकेयू/डीएससी