वाराणसी, 17 जुलाई . उत्तर प्रदेश के Chief Minister योगी आदित्यनाथ ने कहा कि social media पर फेक अकाउंट बनाकर कुछ लोग जातियों को लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं. यूपी के Chief Minister योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में ‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन कार्यक्रम में यह बात कही.
उन्होंने कहा, “हमारी चुनौती ऐसी है कि कुछ लोग समाज के बीच लोगों को मुख्यधारा से अलग करने का काम करते हैं. कुछ लोग social media पर फेक अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष की स्थिति पैदा करते हैं. इनसे भी सख्ती से निपटा जा रहा है.”
सीएम योगी ने कहा, “दो-तीन साल पहले ऐसी ही एक घटना हुई थी. एक आगजनी की घटना में एक व्यक्ति भगवा गमछा ओढ़े था और बीच में उसके मुंह से ‘या अल्लाह’ निकला था. ऐसे ही लोगों को चिन्हित करने की आवश्यकता है.”
उन्होंने कहा कि सावन का महीना चल रहा है. इससे पहले मुहर्रम था और हमने नियम बना दिए थे कि ताजिये की लंबाई सीमित रखें. इससे बिजली और पेड़ की टहनी को नुकसान पहुंचता था. जौनपुर में एक घटना हुई और ताजिये को इतना ऊंचा किया कि लोग हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गए. तीन लोग मारे गए और बाद में उपद्रव हुआ. तो मैंने कहा, ‘लाठी मारो इनको, ये लातों के भूत हैं, बातों से नहीं मानेंगे.’ इसका किसी ने विरोध नहीं किया.”
Chief Minister योगी ने कहा, “हमने तो यूपी में व्यवस्था बना रखी है कि कोई भी अस्त्र-शस्त्र लेकर प्रदर्शन नहीं करेगा. नहीं तो हमेशा मोहर्रम का जुलूस आगजनी और उत्पात का कारण बनता था और बहन-बेटियां सड़क पर बाहर नहीं निकल पाती थीं. कोई उस समय नहीं बोलता था.”
Chief Minister योगी ने कहा कि आज कांवड़ यात्री भक्ति भावना से चलते हैं और 200, 300, और 400 किलोमीटर कांवड़ को कंधे पर लेकर चले जाते हैं. ‘हर हर बम’ बोलते हुए, लेकिन उनका भी मीडिया ट्रायल होता है. उन्हें उपद्रवी आतंकवादी तक बोला जाता है. यह वो मानसिकता है, जो हर प्रकार से भारत की विरासत और आस्था को अपमानित करने का काम करती है. यही लोग social media पर फेक अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष फैलाने का काम करते हैं.”
इससे पहले, सीएम योगी आदित्यनाथ ने सर्किट हाउस में विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की. पुलिस अफसरों को social media प्लेटफॉर्म पर फेक अकाउंट बनाकर माहौल खराब करने वालों पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया.
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विकेटी/एफएम