बिहार में सिर्फ 5.8 प्रतिशत मतदाता ही फॉर्म भरने के लिए बचे, 8 दिन और बाकी

पटना, 17 जुलाई . बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान चल रहा है. राज्य में अब तक 89.7 प्रतिशत गणना प्रपत्र एकत्र कर लिए गए हैं. अब सिर्फ 5.8 प्रतिशत मतदाता ही फॉर्म भरने के लिए बचे हैं. एसआईआर के लिए 8 दिन और बाकी हैं.

बिहार के 7,89,69,844 मतदाताओं में से 7,08,18,162 यानी 89.7 प्रतिशत ईएफ एकत्र किए जा चुके हैं. अपलोड डिजिटल गणना प्रपत्र 6,70,59,222 या 84.9 प्रतिशत हैं. जहां 35,69,435 या 4.5 प्रतिशत मतदाता अपने पते पर नहीं मिले तो वहीं 12,55,620 या 1.59 प्रतिशत मृत वोटर पाए गए. स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं की संख्या 17,37,336 या 2.2 प्रतिशत है. अब तक पहचाने गए एक से अधिक स्थानों पर नामांकित मतदाता 5,76,479 या 0.73 प्रतिशत हैं. अब सिर्फ 45,82,247 या 5.8 प्रतिशत मतदाताओं के गणना प्रपत्र प्राप्त होने हैं.

आज तक 89.7 प्रतिशत मौजूदा मतदाताओं ने 1 अगस्त, 2025 को प्रकाशित होने वाली मसौदा मतदाता सूची में शामिल होने के लिए अपना गणना फॉर्म जमा कर दिया है. कोई भी मतदाता ईसीआईनेट ऐप या वोटर्स डॉट ईसीआई डॉट गॉव डॉट इन पर अपने गणना फॉर्म की स्थिति भी देख सकता है. गणना फॉर्म उसी लिंक पर हिंदी में ऑनलाइन भी भरे जा सकते हैं.

उन मतदाताओं का पुनः सत्यापन करने के लिए जो बीएलओ के तीन बार जाने के बाद भी अपने पते पर नहीं मिले हैं, उन मतदाताओं की जानकारी (जो मृत हैं, स्थायी रूप से स्थानांतरित हो गए या कई स्थानों पर पंजीकृत हैं) राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्षों और उनके द्वारा नियुक्त 1.5 लाख बूथ स्तरीय एजेंटों के साथ साझा की जा रही है, ताकि 25 जुलाई से पहले ऐसे मतदाताओं की सटीक स्थिति की पुष्टि की जा सके.

बिहार के सभी 261 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के सभी 5,683 वार्डों में विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं. बिहार से अस्थायी रूप से बाहर प्रवास करने वाले लोग भी अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके ईसीआईनेट ऐप या वोटर्स डॉट ईसीआई डॉट गॉव डॉट इन के माध्यम से ऑनलाइन गणना फॉर्म भर सकते हैं. वे पहले से भरे हुए गणना फॉर्म को डाउनलोड भी कर सकते हैं और भरे हुए फॉर्म को सीधे बीएलओ के साथ या अपने परिवार के माध्यम से व्हाट्सऐप या किसी अन्य माध्यम से साझा कर सकते हैं.

डीकेपी/