अगरतला, 16 जुलाई . त्रिपुरा के Chief Minister माणिक साहा ने Wednesday को कहा कि उनका राज्य अब देश में अग्रणी है. उन्होंने Prime Minister Narendra Modi और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्तमान भाजपा सरकार के तहत पिछले सात वर्षों में हुए उल्लेखनीय विकास पर प्रकाश डाला.
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के तहत 184 नवनियुक्त कनिष्ठ अभियंताओं को नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए Chief Minister ने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार Prime Minister के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए काम कर रही है.
Chief Minister साहा ने कहा, “हाल ही में Prime Minister ने ओडिशा में एक आधिकारिक समारोह को संबोधित करते हुए त्रिपुरा के विकास पर प्रकाश डाला और लोगों से राज्य का दौरा करने का अनुरोध किया. कुछ दिन पहले, गृह मंत्री ने केरल में एक बैठक को संबोधित करते हुए त्रिपुरा में प्रगति पर जोर दिया था.”
उन्होंने आगे बताया कि Prime Minister की पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास पहल (पीएम-डिवाइन) के अंतर्गत राज्य के सिपाहीजला जिले के बिश्रामगंज में एक विशेष नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने के लिए 122 करोड़ रुपए और राज्य के डेंटल कॉलेज के लिए 202 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं.
Chief Minister ने कहा, “त्रिपुरा, जीएसडीपी के मामले में पूर्वोत्तर क्षेत्र में असम के बाद दूसरे स्थान पर है. प्रति व्यक्ति आय के मामले में भी यह राज्य सिक्किम के बाद दूसरे स्थान पर है. त्रिपुरा के विशाल अप्रयुक्त प्राकृतिक संसाधन और विशाल पर्यावरणीय सुंदरता एक अनमोल खजाना हैं और State government इनका राज्य के लिए प्रभावी ढंग से उपयोग करने का प्रयास कर रही है.”
उन्होंने बताया कि चालू वर्ष (2025-26) के राज्य बजट में राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 7,000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं और State government त्रिपुरा में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा बनाना चाहती है. लंबे मानसून के कारण त्रिपुरा के पास बुनियादी ढांचे के विकास के लिए केवल चार महीने का समय है और सरकारी अधिकारियों को उसी के अनुसार काम करने के लिए कहा गया है.
Chief Minister ने कहा कि Prime Minister ने त्रिपुरा में एक विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल विकसित करने का आग्रह किया है ताकि न केवल देश के विभिन्न हिस्सों से, बल्कि विदेशों से भी पर्यटक राज्य में आने के लिए उत्सुक हों.
उन्होंने बताया कि पिछले सात वर्षों में, 19,742 बेरोजगार युवाओं को सरकारी नियमित नौकरियां प्रदान की गईं, जबकि 7,000 से 8,000 लोगों को संविदा कर्मचारियों और आउटसोर्सिंग के माध्यम से नियुक्त किया गया. हाल ही में आध्यात्मिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए दक्षिणी त्रिपुरा के गोमती जिले के बंदुआर में 51 शक्तिपीठ पार्क स्थापित करने की 97.70 करोड़ रुपए की महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला रखी गई है.
Chief Minister ने कहा कि प्रस्तावित पार्क में 51 शक्तिपीठों की प्रतिकृतियां स्थापित की जाएंगी. ये 51 शक्तिपीठ अब बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका के अलावा भारत के विभिन्न हिस्सों में भी मौजूद हैं. 15 एकड़ में फैले 51 शक्तिपीठ पार्क में एक डिजिटल संग्रहालय, एम्फीथिएटर, स्काई ब्रिज, पर्याप्त वाहन पार्किंग और नटराज की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी.
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एससीएच/एबीएम