Mumbai , 15 जुलाई . बॉलीवुड और टीवी जगत के प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता और निर्देशक धीरज कुमार का Tuesday को निधन हो गया. 79 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. बताया जा रहा है कि Monday को धीरज कुमार की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें Mumbai के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह एक्यूट निमोनिया से जूझ रहे थे, जिसके चलते उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया.
धीरज कुमार के निधन की खबर से फिल्म और टीवी इंडस्ट्री को गहरा सदमा लगा है.
फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने धीरज कुमार के निधन पर शोक जताते हुए उनकी एक तस्वीर शेयर की है और श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ‘बहुत दुख हुआ ये जानकर कि जाने-माने एक्टर-प्रोड्यूसर धीरज कुमार अब हमारे बीच नहीं रहे. ओम शांति.’
धीरज कुमार ने अपने करियर में अभिनय, निर्देशन और निर्माण तीनों क्षेत्रों में अपनी अलग पहचान बनाई. उन्होंने 1970 के दशक में कई हिट फिल्मों में काम किया, जैसे ‘दीदार’, ‘रातों का राजा’, ‘बहारों फूल बरसाओ’, ‘शराफत छोड़ दी मैंने’, और ‘रोटी कपड़ा और मकान’. इसके अलावा, वह पंजाबी फिल्मों में भी एक्टिव रहे, जिनमें हाल ही में आई ‘सज्जन सिंह रंगरूट’ और ‘इक संधू हुंदा सी’ जैसी फिल्मों में उनके अभिनय को काफी पसंद किया गया.
निर्देशन के क्षेत्र में भी धीरज कुमार ने अच्छा-खासा नाम कमाया. उन्होंने बच्चों के लिए ‘आबरा का डाबरा’ जैसी फिल्म बनाई. ‘ओम नमः शिवाय’, ‘कहां गए वो लोग’, ‘श्री गणेश’, ‘संस्कार’, ‘धूप-छांव’, ‘अदालत’, और ‘जोड़ियां कमाल की’ जैसे लोकप्रिय टीवी सीरियल्स का निर्देशन भी किया.
निर्माता के रूप में उनकी कंपनी ‘क्रिएटिव आई लिमिटेड’ ने 30 से ज्यादा सीरियल्स बनाए, जिनमें पारिवारिक और धार्मिक विषयों को खास महत्व दिया गया. ‘घर की लक्ष्मी बेटियां,’ ‘इश्क सुभान अल्लाह,’ और ‘संस्कार’ जैसे शो उनके निर्माण की पहचान हैं.
हाल ही में धीरज कुमार Mumbai के खारघर इलाके में इस्कॉन मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे. इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की थी और सनातन धर्म के प्रसार के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया था.
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पीके/केआर