New Delhi, 15 जुलाई . पूर्व भारतीय स्पिनर पीयूष चावला ने लॉर्ड्स टेस्ट में भारतीय टीम के लड़ने के जज्बे की सराहना की. इसी के साथ उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में युवा टीम के सामूहिक योगदान को रेखांकित किया.
पीयूष चावला ने समाचार एजेंसी से कहा, “आप जीतें या हारें, चर्चा तो होती है, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो भारत ने इस सीरीज में अच्छा क्रिकेट खेला. टीम में कई युवा खिलाड़ी थे, लेकिन जिस तरह से भारतीय टीम ने क्रिकेट खेला, उसका काफी हद तक श्रेय खिलाड़ियों को जाता है.”
पूर्व क्रिकेटर ने किसी एक खिलाड़ी की बजाय पूरी टीम की सामूहिक ताकत की सराहना करते हुए कहा, “जब 11 खिलाड़ी मैदान पर उतरते हैं, तो आप सिर्फ एक खिलाड़ी से ही पूरी उम्मीद नहीं कर सकते हैं. प्लेइंग-11 में भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलते हैं, तभी वह मैदान पर हैं. इसलिए मैं किसी एक का नाम लेकर किसी के साथ नाइंसाफी नहीं करना चाहता. जब आप मैदान पर उतरते हैं, तो हर खिलाड़ी से उम्मीद होती है.”
लॉर्ड्स टेस्ट में मेजबान इंग्लैंड की टीम पहली पारी में महज 387 रन पर सिमट गई. टीम के लिए जो रूट ने सर्वाधिक 104 रन बनाए, जबकि बुमराह सर्वाधिक पांच विकेट लेने वाले भारतीय रहे.
इसके जवाब में भारत की दूसरी पारी भी 387 रन पर ही सिमट गई. टीम इंडिया के लिए केएल राहुल ने 100 रन बनाए, जबकि ऋषभ पंत ने 74 और रवींद्र जडेजा ने 72 रनों का योगदान टीम के खाते में दिया.
इंग्लैंड की दूसरी पारी 192 के स्कोर पर सिमट गई. ऐसे में टीम इंडिया को जीत के लिए 193 रन की दरकार थी, लेकिन मुकाबले के अंतिम दिन मेहमान टीम ने पहले ही सेशन में अहम विकेट गंवा दिए. रवींद्र जडेजा ने नाबाद 61 रन बनाए, लेकिन दूसरे छोर पर कोई अन्य बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे सका.
मेजबान इंग्लैंड ने 22 रनों से रोमांचक जीत दर्ज करते हुए पांच टेस्ट मैचों की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 2-1 की बढ़त बना ली है.
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आरएसजी/एएस