New Delhi, 14 जुलाई . बिहार में गहन मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान बीएलओ को बड़ी संख्या में नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार के लोग भी मिले हैं. इस मुद्दे पर कांग्रेस एमएलसी मदन मोहन झा का बयान आया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि बिहार में गरीबों को मतदान से वंचित करने की साजिश हो रही है.
बिहार में गहन मतदाता पुनरीक्षण पर कांग्रेस एमएलसी मदन मोहन झा ने से बात करते हुए कहा, “अगर सरकार के पास सूत्रों से ऐसी जानकारी मिली है तो मैं पूछता हूं कि मतदाता सूची कौन तैयार करता है? इसे किसी ने खुद से नहीं बनाया होगा बल्कि यह सरकार के अधीन ही तैयार की गई होगी, इसलिए मेरा मानना है कि यह सब बस एक प्रारंभिक तैयारी है. ये गरीब तबके के लोग हैं, जो मजदूर हैं और अपने परिवार के लिए रोजी-रोटी कमाने के लिए अपने गांवों से दूर रहते हैं. गरीब लोगों को मतदान से वंचित करने की एक साजिश हो रही है.”
उन्होंने आगे कहा, “एनडीए चुनाव हार रही है और इसलिए बिहार की कानून-व्यवस्था के मुद्दे से भटकाने के लिए इस तरह का हथकंडा भी अपनाया जा रहा है ताकि वे गरीब लोगों को वोट के अधिकार से वंचित कर दें.”
कांग्रेस नेता ने महागठबंधन की बैठक पर कहा, “महागठबंधन की अब तक पांच बैठकें हो चुकी हैं और इसकी अध्यक्षता तेजस्वी यादव ने की है. उन बैठकों में सभी सदस्य मौजूद थे. मुझे लगता है कि जिस तरह से काम करना चाहिए, वो किया जा रहा है. महागठबंधन में शामिल सभी दल संतुष्ट हैं.”
बिहार में सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस एमएलसी मदन मोहन झा ने कहा, “कांग्रेस ने बिहार में सीट बंटवारे को लेकर अपनी कोई मंशा जाहिर नहीं की है. बैठक में एक बार इस बात का जिक्र जरूर हुआ है, लेकिन जब सीटों के बंटवारे की जरूरत होगी, तभी इसको उठाया जाएगा.”
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, “केंद्र में पिछले 11 सालों से भाजपा की सरकार है. इस सरकार को अपनी उपलब्धियां बतानी चाहिए, लेकिन वे लोग उन मुद्दों को उठा रहे हैं, जिनका अब कोई मतलब नहीं है. मैं पूछता हूं कि उन्होंने देश और बिहार की जनता को क्या दिया है. चुनाव का समय है और इसलिए पीएम मोदी-सीएम नीतीश कुमार बिहार को सौगात दे रहे हैं. हालांकि, अब बिहार के लोगों का उनकी घोषणाओं से भरोसा उठ गया है. मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि इस बार बिहार से एनडीए सरकार को उखाड़ फेंका जाएगा.”
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