पटना, 12 जुलाई . कांग्रेस ने Saturday को बिहार के नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा पर जोरदार निशाना साधते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
उन्होंने सवाल किया कि अगर कोई आम व्यक्ति नकली दवा कारोबार में दोषी पाया जाता तो क्या उसे जेल नहीं भेजा जाता? पटना के बिहार कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बिहार में सत्तारूढ़ नेताओं ने “लोकलाज, मर्यादा और नैतिकता” को ताक पर रख दिया है.
नकली दवाओं की सप्लाई में दोषी पाए गए मंत्री के इस्तीफा नहीं दिए जाने को लेकर भी उन्होंने कहा कोई नहीं जानता कि Chief Minister नीतीश कुमार इस बात को कितना समझ पा रहे हैं. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “बिहार के मंत्री जीवेश मिश्रा नकली दवा कारोबार के मामले में दोषी पाए गए और आज भी मंत्री बने घूम रहे हैं और डबल इंजन सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है. कोई शर्म नहीं बची है.”
उन्होंने आरोप लगाया कि जीवेश मिश्रा ऑल्टो हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड नामक एक फार्मास्युटिकल कंपनी के निदेशक थे, जिसकी दवा सिप्रोलीन-500 को राजस्थान में नकली और गुणवत्ता में घटिया पाया गया. ड्रग इंस्पेक्शन रिपोर्ट के अनुसार, यह दवा न केवल फेल हुई, बल्कि ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट की कई धाराओं के तहत यह अपराध की श्रेणी में आती है.
सुप्रिया ने इस मामले में विभिन्न धाराओं के जिक्र करते हुए कहा कि इन धाराओं के तहत जीवेश मिश्रा को एक से तीन साल तक की जेल और 20,000 रुपए जुर्माना हो सकता था. लेकिन, गंभीर धाराओं में दोषी पाए जाने के बाद भी मंत्री को जेल क्यों नहीं भेजा गया?
उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी की ये मांग है कि जीवेश मिश्रा को तुरंत मंत्री पद से हटाया जाए और उनके खिलाफ निष्पक्ष कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.”
कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कानून व्यवस्था को लेकर भी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार की आपराधिक घटनाओं की चर्चा देश में हो रही है. आज यहां न महिलाएं, कारोबारी, युवा या कोई भी सुरक्षित नहीं है. आए दिन कारोबारियों की हत्या हो रही है.
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एमएनपी/एएस