दिल्ली नगर निगम ने कावड़ यात्रियों के लिए की खास तैयारियां: मेयर राजा इकबाल सिंह

New Delhi, 11 जुलाई . दिल्ली नगर निगम ने कावड़ यात्रा को सुगम और व्यवस्थित बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं. दिल्ली के महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने Friday को बताया कि कावड़ यात्रा के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों को पहले ही निर्देश जारी किए जा चुके हैं कि शिविर स्थलों पर स्वच्छता सुनिश्चित की जाए. इसके अलावा, कावड़ शिविरों में मेडिकल टीमें और निगम कर्मचारी तैनात रहेंगे ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो.

महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि कावड़ यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो. निगम ने सभी जरूरी व्यवस्थाएं की हैं, जिसमें स्वच्छता और मेडिकल सुविधाएं शामिल हैं.”

उन्होंने मीट शॉप विक्रेताओं से भी अपील की कि वे कावड़ यात्रा के दौरान अपनी दुकानें बंद रखें. उन्होंने कहा कि सभी धर्मों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है. इसलिए, मीट विक्रेताओं से अनुरोध है कि वे कावड़ यात्रा के दौरान सिविल लाइंस और आसपास के क्षेत्रों में अपनी दुकानें बंद रखें.

इसके साथ ही महापौर राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली की Chief Minister रेखा गुप्ता की प्रशंसा की और कहा कि उनकी सरकार बेहतर काम कर रही है. हम सरकार के साथ मिलकर दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.

दूसरी ओर, दिल्ली नगर निगम ने राजधानी में कारोबारियों को बड़ी राहत दी है. निगम ने एक प्रस्ताव पारित कर फैक्ट्री लाइसेंस की प्रक्रिया को सरल कर दिया है. नए नियमों के तहत अधिसूचित औद्योगिक क्षेत्रों में फैक्ट्री मालिकों को अब एमसीडी से अलग से लाइसेंस लेने की जरूरत नहीं होगी. उनकी प्रॉपर्टी टैक्स रसीद ही वैध फैक्ट्री लाइसेंस मानी जाएगी.

साथ ही, दिल्ली सरकार और सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय द्वारा जारी उद्यम पंजीकरण सर्टिफिकेट को भी दिल्ली नगर निगम अधिनियम, 1957 की धारा 416 और 417 के तहत फैक्ट्री लाइसेंस के रूप में मान्यता दी जाएगी. इस कदम से हजारों कारोबारियों को राहत मिलने की उम्मीद है.

महापौर राजा इकबाल सिंह ने यह भी घोषणा की कि आने वाले दिनों में निगम सफाई कर्मचारियों के लिए भी सौगात लाएगा. उन्होंने कहा, “कच्चे सफाई कर्मचारियों को जल्द ही पक्का किया जाएगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी.”

एकेएस/डीएससी