पटना, 11 जुलाई . बिहार में विधानसभा चुनाव से मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर सियासत तेज हो गई है. Supreme court ने चुनाव आयोग को एसआईआर के दस्तावेजों में आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड को शामिल करने पर विचार करने के निर्देश दिए हैं. इस बीच राजद नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एसआईआर पर Supreme court में हुई सुनवाई पर प्रतिक्रिया दी.
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने Friday को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम Supreme court का धन्यवाद करते हैं. हम लोगों ने एसआईआर के खिलाफ दाखिल याचिका में जो बातें रखी हैं, वही Supreme court ने चुनाव आयोग से पूछी. इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के पास इसका कोई जवाब नहीं है.
उन्होंने कहा कि Supreme court ने चुनाव आयोग को सलाह दी है कि आधार कार्ड, जॉब या मनरेगा कार्ड को भी एसआईआर के दस्तावेजों में शामिल किया जाए. हम लोग जो बातें कह रहे थे, Supreme court ने वही चुनाव आयोग को सजेस्ट की. अब इस मामले पर Supreme court में 28 जुलाई को सुनवाई होगी. तेजस्वी यादव ने बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर कहा कि पूरे राज्य में हाहाकार मचा हुआ है.
बता दें कि बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के तहत राज्य के तीन में से हर चार मतदाताओं ने अपने एन्यूमरेशन फॉर्म जमा कर दिए हैं. चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने Friday को बताया कि अब तक कुल 74.39 प्रतिशत कवरेज हो चुका है.
चुनाव आयोग की ओर से जारी बयान के अनुसार, “Friday शाम 6 बजे तक पिछले 17 दिनों में कुल 5.87 करोड़ एन्यूमरेशन फॉर्म एकत्र किए गए हैं, जो कुल अनुमानित फॉर्म का 74.39 प्रतिशत है. यह प्रक्रिया 24 जून को एसआईआर निर्देश जारी होने के बाद शुरू हुई थी. फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 25 जुलाई है.”
–
डीकेपी/डीएससी