पीएम मोदी को लेकर भगवंत मान का बयान दुर्भाग्यपूर्ण, मनोचिकित्सक से लें सलाह : अनिल विज

अंबाला, 11 जुलाई . Haryana सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने पंजाब के Chief Minister भगवंत मान और कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला पर तीखा हमला बोला है. विज ने भगवंत मान को मनोचिकित्सक से दिखाने की सलाह दी, जबकि सुरजेवाला की तुलना छोटे बच्चों से करते हुए कहा कि जिस तरह बच्चे सुबह उठकर दूध के लिए रोते हैं, वैसे ही सुरजेवाला रोते रहते हैं.

पंजाब के Chief Minister भगवंत मान ने हाल ही में Prime Minister Narendra Modi की विदेश यात्रा को लेकर टिप्पणी की थी. मान ने कहा कि उन्हें लगता है कि Prime Minister मोदी 140 करोड़ की आबादी वाले भारत को छोड़कर 10,000 की आबादी वाले घाना जैसे देशों में जा रहे हैं, जहां उन्हें सर्वोच्च पुरस्कार भी मिला.

इस बयान पर पलटवार करते हुए अनिल विज ने कहा कि मान का यह बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या घाना जैसे देशों की यात्रा करना गलत है? क्या वहां भारत के साथ संबंध नहीं बनाए जाने चाहिए? Prime Minister मोदी हर देश की यात्रा कर रहे हैं, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, और यह भारत के लिए गर्व की बात है कि उन्हें वहां से सर्वोच्च सम्मान मिला.

अनिल विज ने भगवंत मान के बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए कहा कि उन्हें मनोचिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए. देश के Prime Minister Narendra Modi के लिए इस तरह की बात करना ठीक बात नहीं है. Prime Minister मोदी की विदेश यात्राएं देश के हित में हैं.

दूसरी ओर, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने गुरुग्राम में जलभराव की समस्या को लेकर बीजेपी सरकार पर तंज कसा. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मिलेनियम सिटी गुरुग्राम अब जलगांव बन गया है, जो बीजेपी की तथाकथित ट्रिपल इंजन सरकार का तोहफा है. इस पर अनिल विज ने पलटवार करते हुए कहा कि गुरुग्राम का विकास कांग्रेस के शासनकाल में शुरू हुआ था, लेकिन तब जल निकासी और नालों की व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया गया. बीजेपी सरकार पिछले 10 वर्षों से जल निकासी के लिए काम कर रही है.

अनिल विज ने रणदीप सुरजेवाला की आलोचना को बचकाना करार देते हुए कहा कि वे सुबह उठते ही रोना शुरू कर देते हैं, जैसे छोटे बच्चे दूध के लिए रोते हैं. उनका बयान गैर-जिम्मेदाराना और तथ्यहीन है. बीजेपी सरकार Haryana में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.

एकेएस/जीकेटी