अभिनेत्री सुलक्षणा पंडित : जिनकी जिंदगी में प्यार था, मगर साथ नहीं

New Delhi, 11 जुलाई . एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित का 12 जुलाई को 71वां जन्मदिन है. मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत कमजोर हो चुकीं सुलक्षणा पंडित 70 से 80 के दशक की सिंगर और एक्ट्रेस हैं. उन्होंने कई हिट गाने गाए और फिल्मों में शानदार काम किया. हालांकि सुलक्षणा पंडित बॉलीवुड की उन कलाकारों में से एक हैं, जिन्हें आज के दौर में लगभग भुला दिया गया है.

सुलक्षणा का 12 जुलाई 1954 को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में एक ब्राह्मण परिवार में जन्म हुआ था. उनके चाचा जसराज एक शास्त्रीय संगीतकार थे, जिन्हें ‘पद्मश्री’ पुरस्कार भी मिला था. सुलक्षणा के तीन भाई और तीन बहनें हैं. उनके दो भाई (जतिन और ललित) बॉलीवुड के प्रसिद्ध गीतकार हैं, जबकि उनकी एक बहन विजयता एक सिंगर के साथ फिल्म अभिनेत्री भी हैं.

सुलक्षणा ने 9 साल की उम्र में गाना शुरू किया था. लता मंगेशकर के साथ ‘तकरीर’ फिल्म में ‘सात संमदर पार से…’ गाने से सुलक्षणा का सिंगिंग करियर शुरू हुआ था. उसके बाद उन्होंने 1967 से 1988 तक के अपने करियर में 20 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया और 21 से अधिक फिल्मों में गाने गाए. 1976 में फिल्म ‘संकल्प’ के गाने ‘तू ही सागर है, तू ही किनारा…’ के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था. हालांकि उसके बाद वो धीरे-धीरे इंडस्ट्री से अलग होती चली गईं और इसकी वजह संजीव कुमार थे, जिनसे उन्हें एकतरफा प्यार था.

1975 में फिल्म ‘उलझन’ की शूटिंग के दौरान सुलक्षणा एकतरफा संजीव कुमार से प्यार करने लगी थीं. हालांकि प्यार की कहानी अधूरी रही. वो इसलिए कि सुलक्षणा के प्यार को संजीव कुमार ने स्वीकार नहीं किया, क्योंकि वो उस समय हेमा मालिनी से प्यार करते थे.

संजीव कुमार का यह प्यार भी सफल नहीं हुआ, क्योंकि हेमा मालिनी ने उनके प्यार को ठुकरा दिया था और बाद में धर्मेंद्र से शादी कर ली. इससे संजीव कुमार इतने दुखी हुए कि आजीवन अविवाहित रहे. उधर, सुलक्षणा ने भी किसी और से शादी नहीं की.

जब 6 नवंबर 1985 को 47 साल की उम्र में संजीव कुमार का निधन हुआ तो इससे सुलक्षणा भी टूट गईं. वो गहरे सदमे में जा चुकी थीं और इससे बॉलीवुड जगत से उनका रिश्ता धीरे-धीरे कमजोर होता गया. एक इंटरव्यू में सुलक्षणा ने खुद अधूरे प्यार और संजीव कुमार के निधन के बाद सुसाइड की कोशिश करने की घटनाओं का खुलासा किया था.

सुलक्षणा ने जीवन को दोबारा जीने की कोशिश की, मगर खालीपन और दर्द कभी दूर नहीं हुए. आज भी सुलक्षणा और संजीव की अधूरी प्रेम कहानी बॉलीवुड के उन किस्सों में याद रखी जाती है, जहां प्यार और समर्पण था, लेकिन साथ नहीं था.

डीसीएच/जीकेटी