बिहार को फिर ‘जंगलराज’ की ओर धकेलना चाहती है आरजेडी: सांसद अरुण भारती

जमुई, 11 जुलाई . साल 1990 का ‘भूरे बाल साफ करो’ नारा 2025 में लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी के लिए मुसीबत बनने लगा है. पिछले दिनों महागठबंधन के ‘बिहार बंद’ के दौरान कथित तौर पर यह नारा दोबारा लगा था, जिससे बिहार की राजनीति गरमाई है. Friday को जमुई से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के सांसद अरुण भारती ने आरोप लगाए कि आरजेडी बिहार को फिर जंगलराज में धकेलना चाहती है.

सांसद अरुण भारती ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “जिस तरह ‘भूरे बाल साफ करो’ 1990 में लगा था और अब दोबारा लगाया गया है, ये दुर्भाग्यपूर्ण है.”

तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए अरुण भारती ने कहा, “बिहार बंद और चक्का जाम, ये कुर्सी के इंतजाम का मामला था. आपने देखा होगा कि बिहार बंद में एक एंबुलेंस को नहीं जाने दिया गया. इनको (आरजेडी कार्यकर्ताओं) को शह मिली. आरजेडी के कार्यकर्ता और नेता इतने उत्साहित हैं कि जंगलराज को वापस लाने की बात कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा, “विकसित भारत में बिहार का क्या योगदान हो सकता है, इस दिशा में आगे बढ़कर हम काम कर रहे हैं. हालांकि 1990 से लेकर आज के बिहार को बनाने में जिस तरह एनडीए सरकार ने मेहनत की है, वहां इस तरह दोबारा बात होती है कि इससे राज्य के आगे बढ़ने का रास्ता कमजोर होता है.”

अरुण भारती ने इस दौरान तेजस्वी यादव से स्पष्टीकरण मांगा. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि तेजस्वी यादव को आगे आकर सफाई देनी चाहिए. वरना माना जाएगा कि वो भी चाहते हैं कि आने वाले समय में बिहार में 90 के दशक की वापसी हो.”

जमुई के सांसद ने तेजस्वी यादव की शिक्षा और विचारधारा पर भी सवाल उठाए. अरुण भारती ने कहा, “शिक्षा और विचारधारा यहां काम करती है. तेजस्वी यादव की शिक्षा और विचारधारा सीमित है. ऐसे में बिहार के विकास की बात नहीं करते हैं.”

उन्होंने कहा, “उनके (तेजस्वी यादव) अति-उत्साही कार्यकर्ता भी जंगलराज पार्ट-2 की बात करते हैं. पुराने दिनों को वापस लाने की बात हो रही है तो ये उस नेता के विजन और विचारधारा पर बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह है. ये आरोप अब तेजस्वी यादव पर भी है. उन्हें स्पष्टीकरण देना चाहिए.”

डीसीएच