Bengaluru, 10 जुलाई . कर्नाटक के भाजपा नेता सी.टी. रवि ने Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उस बयान पर Thursday को पलटवार किया जिसमें उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग और केंद्र Government पर मिलीभगत का आरोप लगाया. भाजपा नेता ने कहा कि आरोप लगाने की कांग्रेस को पुरानी बीमारी है और जनता ही दवाई देकर उसका इलाज करेगी.
राहुल गांधी ने 9 जुलाई को बिहार में बंद के दौरान आयोजित धरना-प्रदर्शन में आरोप लगाया कि भाजपा ने Maharashtra में जनादेश छीना, अब बिहार में मताधिकार छीनने की कोशिश की जा रही है. यह भले ही तरीका नया है. लेकिन, साजिश पुरानी है. हम इन संविधान-विरोधी ताकतों को बेनकाब करते रहेंगे, जनता और युवाओं के साथ मिलकर मुंहतोड़ जवाब देंगे.
कांग्रेस सांसद के इस बयान पर भाजपा नेता ने Thursday को समाचार एजेंसी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव जीतती है तो सब अच्छा होता है. ईवीएम से लेकर चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली तक सब सही रहती है. लेकिन, चुनाव हारने के बाद ईवीएम को दोष देते हैं, चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करते हैं. Maharashtra, दिल्ली, Haryana के चुनावों में हमने देखा कि कैसे कांग्रेस ने आरोप लगाए. Supreme court तक कांग्रेस गई. लेकिन, वहां भी फटकार ही मिली. अब बिहार में चुनाव हारने वाले हैं तो हार का ठीकरा किस पर फोड़ेंगे, अभी से उसकी तैयारी की जा रही है.
कर्नाटक में एनआई की छापेमारी को लेकर सी.टी. रवि ने कहा कि एनआईए यहां आती है और छापेमारी करके तीन लोगों को गिरफ्तार कर लेती है. राज्य की खुफिया एजेंसी क्या कर रही है. कर्नाटक की केंद्रीय जेल में नासिर जैसे सजायाफ्ता कैदी को पूरी सुविधाएं दी जा रही हैं. जब कोई मामला होता है तो सीएम कहते हैं कि जानकारी है जबकि गृह मंत्री जानकारी का अभाव बताते हैं. उपChief Minister कार्रवाई करने की बात करते हैं. इनके बयानों से लगता है कि इनका विभागों पर कंट्रोल नहीं है.
Chief Minister पद को लेकर कथित तौर पर जारी खींचतान पर उन्होंने कहा कि यह हमारा विषय नहीं है कि कौन Chief Minister होगा. यहां की जनता ने पांच साल के लिए कांग्रेस को चुना है. हमारा विषय यहां की महंगाई, बेरोजगारी और अन्य मुद्दे हैं. कांग्रेस की Government में राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है.
Prime Minister मोदी को अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर उन्होंने कहा कि यह India के लिए गर्व की बात है. वह हमारे Prime Minister हैं. जब दुनिया India के Prime Minister को पदकों से सम्मानित कर रही है, तो यह सभी भारतीयों के लिए गर्व का क्षण है. विपक्ष को हर उपलब्धि से ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए.
–
डीकेएम/एकेजे