New Delhi, 9 जुलाई . भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने इंडिया गठबंधन द्वारा बुलाए गए बिहार बंद की कड़ी आलोचना की. उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष मतदाता सूची में छेड़छाड़ और अपराध जैसे मुद्दों को उठाकर जनता को भटकाने की कोशिश कर रहा है. नकवी ने इसे विपक्ष की नकारात्मक राजनीति करार दिया और कहा कि इस तरह का बंद और चक्काजाम उनका ही “बंटाधार” करेगा.
उन्होंने से बातचीत में दावा किया कि जनता ने एनडीए और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को चुना है, जिसे विपक्ष स्वीकार नहीं कर पा रहा है. विपक्ष का बिहार बंद सिर्फ चुनावी शोर है, जिसका कोई आधार नहीं है. कांग्रेस और राजद गठबंधन मतदाताओं को डराने और वोटिंग से हतोत्साहित करने की कोशिश कर रहा है.
उन्होंने जोर दिया कि चुनाव आयोग निष्पक्ष रूप से मतदाता सूची का सत्यापन कर रहा है और विपक्ष इसे मुद्दा बनाकर भ्रम फैला रहा है. Supreme court में इस मुद्दे पर सुनवाई होनी है और आयोग ने 24 घंटे में 47 फीसद मतदाता सूची को सुधार लिया है. सभी दलों और चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि मतदाता बिना भय और भ्रम के अपने मताधिकार का उपयोग करें.
बिहार में नीतीश सरकार के हालिया फैसले की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं को नौकरियों में 35 फीसदी आरक्षण का निर्णय ऐतिहासिक है. एनडीए सरकार समाज के सभी वर्गों महिलाएं, दलितों, पिछड़े और कमजोर तबके के विकास के लिए प्रतिबद्ध है. यह आरक्षण बिहार की मूल निवासी महिलाओं को सीधी भर्ती में अवसर देगा, जो सुशासन का प्रतीक है.
महाराष्ट्र में जारी भाषा विवाद पर नकवी ने कहा कि मराठी भाषा का गौरवशाली इतिहास है, जिसे पूरा देश सम्मान देता है. हिंदी हमेशा अन्य भाषाओं को बढ़ावा देने वाली रही है, न कि उनकी प्रतिद्वंदी. इस तरह के विवाद अनावश्यक और समाज में अशांति फैलाने वाले हैं.
उन्होंने कानपुर में बोर्ड उखाड़े जाने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह की हरकतें ठीक नहीं हैं.
–
एसएचके/एबीएम