बेगूसराय/पूर्णिया, 9 जुलाई . चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में Wednesday को महागठबंधन के बिहार बंद को लेकर जगह-जगह बंद समर्थक झंडा और बैनर के साथ सड़कों पर उतरे. लोगों ने केंद्र Government और चुनाव आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बेगूसराय में महागठबंधन के नेताओं का आरोप है कि केंद्र Government के इशारे पर चुनाव आयोग बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर गहन पुनरीक्षण का कार्य कर रहा है. चुनाव आयोग केंद्र Government के इशारे पर मतदाताओं का नाम वोटर लिस्ट से काटने के लिए यह पुनरीक्षण कर रही है.
बेगूसराय में साहेबपुर कमल, बलिया चकिया में जहां एनएच 31 को जाम किया, वहीं ग्रामीण सड़कों पर भी दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. सीपीआई नेता शंभू देव ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण को लेकर बिहार के मतदाताओं को वोट देने से रोकने की साजिश चल रही है. निर्वाचन आयोग को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी की नागरिकता समाप्त करे. इसी के विरोध में आज हम सड़कों पर उतरे हैं.
इधर, राजद के नेता महावीर यादव ने कहा कि हमलोगों को वोट देने का अधिकार मिला था, लेकिन Government के इशारे पर यह अधिकार भी चुनाव आयोग द्वारा छीनने की कोशिश की जा रही है. बेगूसराय का चक्का जाम पूर्णतः सफल है. इस बीच, पूर्णिया में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे. बंद समर्थक सड़क पर मुख्य चौराहा पर धरना दिया और जुलूस निकालकर दुकानों को बंद कराया.
राजद नेता मिथिलेश दास ने कहा कि महागठबंधन के वोटरों को रोकने की यह साजिश रची जा रही है. लेकिन, कोई भी उपाय कर ले, इस बार बिहार में महागठबंधन की Government बनने से कोई नहीं रोक सकता है. सभी संवैधानिक संस्थाओं को जिस तरह कठपुतली बनाया गया है उसका विरोध यहां की जनता कर रही है. आज गरीबों को कागज के लिए मजबूर किया जा रहा है. जमुई में भी कई इलाकों में राजद और भाकपा-माले के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बांस-बल्ला लगाकर प्रमुख मार्गों को पूरी तरह जाम कर दिया.
जमुई शहर के कचहरी चौक पर राजद नेता व पूर्व मंत्री विजय प्रकाश, राजद जिलाध्यक्ष डॉ. त्रिवेणी यादव, माले नेता बाबू साहब सिंह समेत दर्जनों कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह वोटर वेरिफिकेशन भाजपा Government की एक साजिश है, जिससे लोगों का नाम वोटर लिस्ट से हटाया जा रहा है. मौके पर Police बल तैनात है.
जमुई राजद नेता सह पूर्व मंत्री विजय प्रकाश यादव ने कहा कि एक साजिश के तहत मतदाताओं को वोट देने से रोकने की साजिश की जा रही है, जिसके विरोध में हम सभी महागठबंधन के साथी सड़कों पर उतरे हैं. यह हक और अधिकार की बात है. अगर आज फर्जी मतदाता हैं तो 2024 का Lok Sabha चुनाव भी फर्जी है. आज गरीबों को वोट देने से वंचित किया जा रहा है. जमुई के राजद नेता अजय प्रताप सिंह ने कहा कि यह तुगलकी फरमान है जो गलत है. इनकी मंशा है कि जो महागठबंधन के कोर वोटर हैं वे मतदान नहीं कर सकें. जब Lok Sabha चुनाव में मान्य थे तो अब कैसे गलत हो गया. आधार कार्ड कैसे अवैध हो गया. उन्होंने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण का कार्य रोका जाए. अगर यह कराना था तो इसे Lok Sabha चुनाव के तुरंत बाद करना चाहिए था.
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एमएनपी/एएस