लखनऊ, 6 जुलाई . उत्तर प्रदेश के Chief Minister योगी आदित्यनाथ ने Sunday को कहा कि एक पौधे को अगर हम जीवन देंगे तो भविष्य में वृक्ष बनकर वह हमें भी जीवन देगा. साल 2017 के पहले प्रदेश में वन एवं खनन माफिया हावी थे. इसके कारण प्रदेश का वन आच्छादन नीचे गिरता चला गया था. पिछले आठ वर्ष में ईमानदारी से किए गए प्रयासों का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश के वन आच्छादन में व्यापक स्तर की वृद्धि हुई है.
Chief Minister ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने तथा पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए व्यापक जन आंदोलन के माध्यम से वृक्षारोपण कर हरित आवरण में वृद्धि करने के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है. वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “एक पेड़ मां के नाम” वृक्षारोपण महा अभियान-2025 के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रदेश के मंत्री, सांसद, विधायक एवं विधान परिषद सदस्यों के साथ संवाद कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्यावरण बचाने एवं भविष्य बचाने के अभियान के साथ उत्तर प्रदेश जुड़ चुका है. उत्तर प्रदेश मिशन मोड पर प्रधानमंत्री मोदी के पवित्र संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए संकल्पित है.
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी नियोजित प्रयासों के माध्यम से इस अभियान को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना है. 9 जुलाई को 37 करोड़ पौधों का रोपण कर उत्तर प्रदेश, देश में रिकॉर्ड बनाने जा रहा है. जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक परिणाम आज सबके सामने आ रहे हैं, जिसको लेकर दुनिया के पर्यावरणविद चिंतित हैं. अगर इसे संतुलित नहीं किया गया तो भूस्खलन, अतिवृष्टि एवं बाढ़ जैसी अन्य समस्याएं हमारे सामने होंगी. धरती माता को पर्यावरण संरक्षण के माध्यम से ही बचाया जा सकता है, इसके लिए प्रदेश के वन आच्छादन को बढ़ाना आवश्यक है. एक्सप्रेस-वे, हाई-वे, इंटर स्टेट कनेक्टिविटी मार्ग, अमृत सरोवर, नदियों के किनारे, धार्मिक स्थल एवं उनको जोड़ने वाले मार्गों के किनारे पौधारोपण करें.
Chief Minister ने कहा कि जनप्रतिनिधिगण अपने-अपने क्षेत्रों में इस अभियान का नेतृत्व करें. जनप्रतिनिधिगण वृक्षारोपण के इस अभियान में निजी क्षेत्रों, एनजीओ, धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं, व्यापारिक संगठनों एनएसएस, स्काउट्स-गाइड, एनसीसी कैडेट्स को जोड़ें. इस अभियान के तहत प्रदेश सरकार की तरफ से 60 लाख से अधिक प्रधानमंत्री, Chief Minister आवास योजना के लाभार्थी परिवारों एवं 15 लाख से अधिक जीरो पॉवर्टी अभियान से जुड़े परिवारों को दो-दो सहजन के पौधे दिए जा रहे हैं. प्रोटीन एवं विटामिन का भंडार सहजन कुपोषण से बचाने में सहायक साबित होगा.
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिए गए संकल्प के अनुरूप भारत 2070 तक कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को नेट जीरो तक प्राप्त करने में सफल रहेगा. उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ लोगों को फ्री में दिया गया गैस का कनेक्शन कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक प्रयास है. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने खेत की मेड़ पर पौधारोपण करें और पांच साल बाद कार्बन क्रेडिट के तहत उन्हें धनराशि का भुगतान किया जाएगा. इस वर्ष सात मंडलों के हजारों किसानों को 42 लाख 20 हजार रुपए की धनराशि का भुगतान किया जाएगा.
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एबीएम/एकेजे