आगरा, 6 जुलाई . महाराष्ट्र में जारी भाषा विवाद के बीच कांग्रेस सांसद तनुज पुनिया ने मराठी न बोलने पर एक दुकानदार की पिटाई को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा की गई इस हरकत को पूरी तरह से गैरकानूनी और निंदनीय बताया.
आगरा पहुंचे कांग्रेस सांसद ने कहा कि भारत में विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं. महाराष्ट्र में मराठी भाषा को ज्यादा महत्व दिया जाता है, लेकिन इसीलिए वहां लोगों को पीटना कि उन्हें मराठी नहीं आती है, यह बिल्कुल भी संवैधानिक नहीं है. यह पूर्ण रूप से गैरकानूनी है. सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों से लोग महाराष्ट्र में रोजगार के लिए जाते हैं. वहां पर सरकार भाजपा की है. सरकार को देखना चाहिए कि किसी के साथ गलत न हो, लेकिन भाजपा का तो इतिहास रहा है कि वह समाज में जाति के आधार पर लोगों को बांटती है और सत्ता में जाने का यह उनका पसंदीदा रास्ता है.
समाज में जाति के नाम पर आई इन दरारों को भरने का काम राहुल गांधी कर रहे हैं. उनकी भारत जोड़ो यात्रा इसी का एक उदाहरण है.
इस सप्ताह की शुरुआत में जारी की गई पीईडब्ल्यू (प्यू) रिसर्च सेंटर की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत लोकतंत्र के साथ संतुष्टि के उच्चतम स्तर वाले देशों में से एक है, जिसमें 74 प्रतिशत भारतीय इसे स्वीकार करते हैं. जब इस पर कांग्रेस सांसद से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि भारत में समय-समय पर सुधार हुआ है और हमारा लोकतंत्र मजबूत हुआ.
उन्होंने कहा, ”मैं समझता हूं कि इस रिपोर्ट में भाजपा टॉप पर होती अगर भाजपा की सरकार इस देश में नहीं आती. जिस तरह से आज लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है, वह लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए ठीक नहीं है.” उन्होंने कहा कि संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं और संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग जिस तरह से हो रहा है, वह लोकतंत्र के स्तर को गिराता जा रहा है.
राहुल गांधी के विदेशी दौरे पर लोकतंत्र की दुहाई देने पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ विदेश में ही नहीं, भारत में भी विपक्ष की भूमिका में हैं. वे विपक्ष के नेता हैं; उनका काम सरकार की विफलताओं को उजागर करना है और उनको जनता के सामने रखना है. वे अपना काम अच्छे से कर रहे हैं, और मुझे नहीं लगता कि एक बेहतर विपक्ष के रूप में उनसे बढ़िया जनता की आवाज को कोई रख सकता है.
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डीकेएम/डीएससी