दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह बोले, ‘उनका विभाग हर बीमारी से निपटने के लिए तैयार’

नई दिल्ली, 5 जुलाई . दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने शनिवार को कहा कि दिल्ली का स्वास्थ्य विभाग किसी भी बीमारी से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. दिल्लीवासियों से मंत्री ने अपील की कि वो कोई भी समस्या महसूस करें तो सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में इलाज के लिए पहुंचें.

स्वास्थ्य मंत्री ने समाचार एजेंसी से बातचीत में बताया कि पॉलीक्लिनिक, आयुष्मान मंदिर, अस्पताल, डॉक्टर और स्टाफ सभी तत्पर हैं. प्राथमिक मरीजों का इलाज सुचारू रूप से हो रहा है और किसी भी स्वास्थ्य समस्या से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह सक्षम है.

कोविड वैक्सीन से हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाओं के संबंध को लेकर उड़ाई जा रही अफवाह को उन्होंने बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि कई जांचों में यह साबित हो चुका है कि वैक्सीन और हार्ट अटैक का कोई सीधा संबंध नहीं है.

उन्होंने लोगों को सलाह दी कि अगर ऐसी कोई चिंता हो, तो दिल्ली सरकार के अस्पतालों में मौजूद अनुभवी डॉक्टरों से सलाह लें. उन्होंने कहा, “हमारे अस्पताल और डॉक्टर दिल्ली की जनता की हर स्वास्थ्य समस्या को दूर करने के लिए तैयार हैं.”

उन्होंने 6 जुलाई को होने वाले एक बड़े आयोजन का भी जिक्र किया, जिसमें 1500 नर्सों को स्थायी नियुक्ति दी जाएगी. उन्होंने कहा कि यह दिल्ली में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो 9-10 साल पहले हुआ था. इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नर्सों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे.

उन्होंने कहा, “हमने दिल्ली की जनता की सेवा करने की प्रतिज्ञा ली है और यह नियुक्तियां उसी दिशा में एक कदम हैं.”

इसके साथ ही पंकज सिंह ने रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) नेता और पूर्व सीएम आतिशी पर भी निशाना साधा. बोले, “आतिशी ने जैसा कहा था वैसा नहीं किया. अवैध रूप से स्थापित झुग्गी-झोपड़ियों को हटाने के लिए जो दिल्ली सरकार ने अभियान चलाया उसके खिलाफ बयानबाजी की. उन्होंने राजनीतिक मंशा से कहा कि झोपड़पट्टियों पट्टियों में पूर्वांचल के लोग रहते हैं. में रहने वाले पूर्वांचलियों की भलाई का वादा किया था.”

मंत्री ने आगे कहा, “वो सिर्फ राजनीति के लिए पूर्वांचल और रोहिंग्या का मुद्दा उठा रही हैं. पूर्वांचल के लोग दिल्ली में वर्षों से रह रहे हैं, और यह आरोप गलत है कि वे सिर्फ झुग्गियों में हैं.”

एसएचके/केआर