हमीरपुर में हिम ईरा कैंटीन से तैयार स्वयं सहायता समूह के व्यंजन स्विगी और जोमैटो से मिलेंगे

हमीरपुर, 3 जुलाई . हिमाचल में खंड विकास हमीरपुर के महिला स्वयं सहायता समूहों के व्यंजन ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म के जरिये आपके घर तक पहुंचेंगे. विकास खंड कार्यालय में संचालित हिम ईरा कैंटीन में तैयार होने वाले व्यंजन को अब स्विगी और जोमैटो के जरिये घर-घर तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा.

फिलहाल काउंटर सेल के तहत कुल्लवी व्यंजन सिड्डू, भल्ले, कचौरी और सीरा आदि के साथ मोमो और चाऊमीन भी कैंटीन में तैयार कर बेचे जा रहे हैं. खास बात यह है कि डिमांड के मुताबिक हर तरह का खाना भी कैंटीन में बनाया जा रहा है. अब ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म मिलने से महिला स्वयं सहायता समूहों की मेहनत को नया मुकाम मिलेगा. दरअसल प्रदेश सरकार के निर्देशों पर हिम ईरा ब्रांड के तहत जंगलरोपा और नाल्टी क्षेत्र के स्वयं सहायता समूहों को जोड़ा गया है.

महिलाएं अपने उत्पादों को ऑनलाइन माध्यम से बेच सकेंगी, इसके लिए व्यंजनों के साथ अन्य देसी उत्पादों को हिम ईरा की वेबसाइट के माध्यम से बेचा जा रहा है.

वहीं, अब गौरी ग्राम संगठन की ओर से बेचे जा रहे उत्पादों को स्विगी और जोमैटो के माध्यम से बेचने की तैयारी चल रही है. दोनों डिलीवरी कंपनी से संपर्क किया गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी माह तक यह व्यंजन घर पर लोगों को उपलब्ध होंगे.

स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि हिम ईरा कैंटीन में महिलाओं की ओर से तैयार उत्पादों को लोग भी पंसद कर रहे हैं. उन्होंने खंड विकास कार्यालय के अधिकारियों का धन्यवाद किया और कहा कि आनलाइन माध्यम से भी अब व्यंजनों को बेचने की व्यवस्था की जा रही है, जिससे अच्छा मुनाफा हो सकेगा.

स्‍वयं सहायता समूह की सदस्‍य निर्मला देवी ने बताया कि हम यहां पर सिड्डू, भल्ले, कचौरी जैसे अच्‍छे व्‍यंजन बना रहे हैं. जोमैटो और स्विगी से मिलने वाले ऑर्डर को पूरा किया जा रहा है.

हमीरपुर की खंड विकास अधिकारी हिमांशी ने बताया कि प्रथम चरण में 70 के करीब महिलाएं संगठन से जुड़ी हैं. इन महिलाओं को देसी उत्पादों को बेचने का मंच दिया जा रहा है. अब कैंटीन में तैयार किए जा रहे व्यंजनों की घर पर पहुंच के लिए स्विगी और जोमैटो कंपनी से संपर्क किया जा रहा है. आगामी माह तक इस कार्य के पूरा होने की उम्मीद है.

एएसएच/जीकेटी