बर्थडे स्पेशल: सात साल में थामा बैडमिंटन रैकेट, जोड़ीदार के साथ मिलकर रचा इतिहास

नई दिल्ली, 3 जुलाई (आईएनएस). चार जुलाई 1997 को मुंबई के मलाड में जन्मे चिराग शेट्टी भारत के स्टार शटलर हैं. विश्व स्तर पर कई बड़े टूर्नामेंट्स जीत चुके चिराग ने महज सात साल की उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू किया था.

चिराग गोरेगांव स्पोर्ट्स क्लब में उदय पवार बैडमिंटन अकादमी में बैडमिंटन के गुर सीखने पहुंचे. इसके बाद चिराग ने हैदराबाद स्थित पुलेला गोपीचंद अकादमी में ट्रेनिंग लेनी शुरू की, जहां उनकी मुलाकात सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी से हुई.

चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी ने यहां बैडमिंटन के गुर सीखे. इसी जोड़ी ने आगे भारत का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया.

जोड़ी ने कड़ी मेहनत और शानदार तालमेल के साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाई. कोर्ट पर अपनी ताकत और स्किल के दम पर कई टूर्नामेंट जीते. इस जोड़ी को ‘सात्ची’ के नाम से बुलाया जाता है.

चिराग शेट्टी ने साल 2016 में एशियन टीम चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता. इसके बाद साल 2018 में कॉमनवेल्थ के दौरान मिक्स्ड टीम इवेंट में गोल्ड और मेंस डबल्स इवेंट में सिल्वर मेडल जीता. इसके बाद चिराग शेट्टी ने एशियन टीम चैंपियनशिप-2020 में एक बार फिर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया.

साल 2022 चिराग शेट्टी के लिए बेहद खास रहा. इस साल उन्होंने देश को थॉमस कप में गोल्ड, जबकि वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज दिलाया. 2022 के बर्मिंघम कॉमनवेल्थ में उन्होंने गोल्ड और सिल्वर जीते. इसके अलावा एशियन गेम्स और एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड जीते. साल 2023 में चिराग शेट्टी एशिया मिक्स्ड टीम चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं.

चिराग ने साल 2023 में सात्विक के साथ तीन बीडब्ल्यूएफ खिताब जीते. इनमें इंडोनेशिया ओपन, कोरिया ओपन और स्विस ओपन थे. अक्टूबर 2023 में यह जोड़ी बैडमिंटन रैंकिंग में दुनिया की नंबर-1 जोड़ी बन गई. यह कारनामा किसी भारतीय जोड़ी ने पहली बार किया था.

चिराग शेट्टी ने 2020 टोक्यो ओलंपिक और 2024 पेरिस ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया, लेकिन पदक जीतने से चूक गए.

शेट्टी को साल 2020 में ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया, जबकि साल 2023 में ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड’ से नवाजा गया.

आरएसजी/केआर