कोविड-19 टीकाकरण का अचानक मृत्यु से कोई संबंध नहीं : विशेषज्ञ

नई दिल्ली, 2 जुलाई . कर्नाटक में मई-जून माह के दौरान 20 लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो गई. इनमें अधिकतर युवा थे, जिनकी उम्र 25 से 30 साल बताई जा रही है. अब इन मौतों को कोविड-19 की वैक्सीन से जोड़कर देखा जा रहा है. तरह-तरह की अफवाहों को चेन्नई स्थित राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान के निदेशक मनोज मुरहेकर ने खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण का अचानक मृत्यु से कोई संबंध नहीं है.

मनोज मुरहेकर ने बुधवार को समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा, “एक महत्वपूर्ण संदेश जो मैं देना चाहूंगा वह यह है कि हमारे अध्ययन से संकेत मिलता है कि कोविड-19 टीकाकरण का अचानक मृत्यु से कोई संबंध नहीं है. कर्नाटक के मामलों के बारे में जानकारी समाचार के माध्यम से मिली है. उन मौतों के बारे में जांच की जाएगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद भी किसी फैसले पर हम जा सकते हैं.”

उन्होंने कहा कि अध्ययन के निष्कर्षों से संकेत मिलता है कि कोविड-19 टीकाकरण का अचानक मृत्यु से कोई संबंध नहीं है. बल्कि, अध्ययन में तो टीकाकरण को अचानक मृत्यु से सुरक्षा प्रदान करने वाला पाया गया. अध्ययन में अचानक मृत्यु के अन्य जोखिम कारकों की भी पहचान की गई है, जैसे कि गंभीर कोविड-19 बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती होना, मृत्यु से 48 घंटे पहले अत्यधिक शराब पीना, असामान्य शारीरिक परिश्रम और नशीली दवाओं का सेवन.

दूसरी ओर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इन मौतों को लेकर एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है. इस समिति को 10 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.

सिद्धारमैया ने कहा कि कुछ वैश्विक अध्ययनों में कोविड वैक्सीन और हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के बीच संभावित संबंध का जिक्र किया गया है, विशेष रूप से यह सवाल उठाया कि क्या वैक्सीन की जल्दबाजी में मंजूरी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है.

डीकेएम/एकेजे