बेंगलुरु, 2 जुलाई . कर्नाटक में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर खींचतान चल रही है और कथित तौर पर कांग्रेस के विधायक ही सिद्धारमैया को सीएम की कुर्सी से हटाना चाहते हैं. साथ ही राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लग रहे हैं. इस बीच भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधा है.
बी.वाई. विजयेंद्र ने जाति जनगणना पर कहा कि सिद्धारमैया सरकार को पैसा हड़पने का एक और मौका मिल गया है. जाति जनगणना सर्वे में 500 करोड़ रुपए बर्बाद होंगे. राज्य सरकार को जाति जनगणना कराने का कोई अधिकार नहीं है. पहले भी सिद्धरामैया ने बहुत सारा पैसा बर्बाद किया है और इस बार भी वह ऐसा कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक सरकार राज्य में दोबारा जाति जनगणना कराने पर विचार कर रही है. इससे पहले 2015 में जाति सर्वे कराया गया था, लेकिन उसकी रिपोर्ट जारी नहीं की गई थी.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि वाल्मीकि घोटाले में करोड़ों रुपए की हेराफेरी हुई, जिसमें राज्य सरकार पूरी तरह से शामिल है. महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम (केएमवीएसटीडीसी) का पैसा लूटा गया है. इसके जिम्मेदार लोगों को अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए.
बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि क्या यह सच नहीं है कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की ओर से सस्ती लोकप्रियता प्राप्त करने के कारण बेंगलुरु में भगदड़ हुई. उन्होंने प्रियांक खड़गे के आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने के बयान को लेकर कहा कि उन्हें पता होना चाहिए कि मल्लिकार्जुन खड़गे भी कांग्रेस के सत्ता में आने का सपना नहीं देख सकते. प्रियांक खड़गे को ऐसा बयान देने की बजाय अपने पिता से आरएसएस का इतिहास सीखना चाहिए. साल 1962 के युद्ध के बाद आरएसएस को राष्ट्रभक्त संगठन कहा गया था.
राज्य भाजपा के अध्यक्ष ने सीएम की कुर्सी को लेकर कहा कि सिद्धरामैया को विपक्ष पर बयान नहीं देना चाहिए. बेशक विपक्ष होने के नाते हम चाहते हैं कि यह भ्रष्ट सरकार जाए, लेकिन वह कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन के बयान पर क्या कहेंगे, जिन्होंने कहा कि हमें एक कुशल मुख्यमंत्री चाहिए. कांग्रेस में खरीद-फरोख्त शुरू हो गई है. उनके विधायकों की ओर से कई बयान आ रहे हैं.
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दीपक/एकेजे