New Delhi, 2 जुलाई . केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने Wednesday को बिहार चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि एक बार फिर बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए की Government बनेगी. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि भाजपा के सभी घटक दल राज्य में मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि एनडीए Government ने बिहार के विकास और प्रगति को प्राथमिकता दी. Prime Minister Narendra Modi के नेतृत्व में देश ने आर्थिक, सामाजिक और हर एक क्षेत्र में बदलाव लाकर India का परचम विश्व पटल पर लहराया है.
Union Minister सिंधिया ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में बिहार चुनाव को लेकर कहा कि बिहार में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की Government बनेगी. राज्य में भाजपा के सभी सहयोगी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे. बिहार का विकास और प्रगति हमारी प्राथमिकता है. Prime Minister Narendra Modi ने अपने 11 साल के कार्यकाल में यह करके दिखाया है कि विकास और प्रगति ही हमारी प्राथमिकता है, बदलाव India की पुकार है और यही बदलाव Prime Minister मोदी ने संपूर्ण क्षेत्र में आर्थिक, सामाजिक और हर एक क्षेत्र में लाकर India का परचम विश्व पटल पर लहराया है.
उन्होंने कहा कि आज विश्व के 46 प्रतिशत से ज्यादा डिजिटल लेनदेन India में होते हैं और इन लेनदेन की संख्या प्रतिवर्ष 1.7 बिलियन है. इन लेनदेन का मूल्य 3 ट्रिलियन डॉलर प्रतिवर्ष है. ये आंकड़े दिखाते हैं कि India एक फॉलोवर नहीं है, बल्कि डिजिटल लेनदेन में एक लीडर बन चुका है. आज से करीब 100 वर्ष पूर्व औद्योगिक क्रांति हुई थी, जिसमें विश्व में रेल-सड़क आदि बने थे, ठीक उसी प्रकार पिछले 10 वर्षों में देश में डिजिटल क्रांति आई है. Prime Minister Narendra Modi ने 10 साल पहले इस डिजिटल क्रांति की भविष्यवाणी ही नहीं की थी, बल्कि कैसे इस डिजिटल क्रांति में देश आगे बढ़ेगा, इसके लिए पूरी एक रणनीति बनाई थी.
उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति के कारण देश में आज मोबाइल यूजर्स की संख्या बढ़कर 120 करोड़ हो गई है, जो कि 10 साल पहले केवल 90 करोड़ थी. वहीं, इंटरनेट कनेक्शन्स की संख्या बढ़कर 100 करोड़ हो गई है, जो कि एक दशक पहले केवल 25 करोड़ थी. देश में 94 करोड़ ब्रॉडबैंड के कनेक्शन्स हो चुके हैं, जिनकी संख्या पहले केवल 6 करोड़ थी. हर चीज की एक लेनदेन लागत होती है. डेटा की लागत 10 साल पहले 290 रुपए प्रति जीबी होती थी, जो कि अब 95 प्रतिशत तक कम होकर 9 रुपए प्रति जीबी तक पहुंच चुकी है. इन सभी बदलावों का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वह Prime Minister Narendra Modi को जाता है.
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एसके/एबीएम