हजारीबाग, 2 जुलाई . झारखंड के हजारीबाग शहर में मीठा तालाब के पास स्थित प्राचीन मंदिर में किसी शरारती तत्व ने बजरंग बली की प्रतिमा क्षतिग्रस्त कर दी. बुधवार को इसकी जानकारी मिलते ही इलाके के लोग आक्रोशित हो उठे.
मंदिर परिसर के पास बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और घटना पर विरोध जताने लगे. पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों से बातचीत की और कार्रवाई का भरोसा दिलाकर उन्हें शांत कराया.
इस बीच पुलिस ने बुधवार शाम एक विक्षिप्त शख्स को पकड़ा है. दावा किया गया है कि प्रतिमा उसी ने खंडित की है. प्रशासन ने लोगों से किसी भी तरह की अफवाह को नजरअंदाज करने की अपील की है.
हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा है, ”मीठा तालाब स्थित प्राचीन मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति खंडित होने की दुखद घटना से हम सभी आहत थे. पुलिस द्वारा की गई त्वरित जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि यह कृत्य एक विक्षिप्त मानसिक स्थिति वाले व्यक्ति द्वारा किया गया था, जिसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है. क्षेत्रवासियों से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से भ्रामक जानकारी फैलाने से बचें.”
दरअसल, बुधवार सुबह जब लोग मंदिर में पूजा करने पहुंचे तो उन्होंने पाया कि भगवान की प्रतिमा खंडित कर दी गई है. मंदिर के पुजारी ने बताया है कि वह मंगलवार की शाम 7.30 बजे संध्या आरती के बाद मंदिर का ग्रिल और गेट बंद कर चले गए थे. घटना संभवतः मंगलवार की देर रात अंजाम दी गई है.
पुजारी के अनुसार, ”पिछले वर्ष भी असामाजिक तत्वों ने मंदिर को निशाना बनाया था. यहां भगवान शिव की प्रतिमा के पास लगे त्रिशूल को नुकसान पहुंचाया गया था और पूजा के बर्तनों की चोरी की गई थी.
हजारीबाग के पूर्व डिप्टी मेयर और भाजपा नेता आनंद देव ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान इस मंदिर में इस तरह की पांचवीं घटना है. लोग ऐसी घटनाओं से आहत हैं.
उन्होंने पुलिस-प्रशासन से घटना को अंजाम देने वालों का पता लगाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
हजारीबाग के एसडीओ वैद्यनाथ कामती, एसडीपीओ अमित आनंद, अंचल अधिकारी मयंक भूषण सहित अन्य अधिकारियों ने उत्तेजित लोगों को शांत कराया. घटना को लेकर उत्पन्न तनाव को देखते हुए शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
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एसएनसी/एबीएम