New Delhi, 1 जुलाई . वरिष्ठ अर्थशास्त्री और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरजीत भल्ला ने Tuesday को कहा कि India और अमेरिका के बीच संभावित व्यापार समझौता देश की आर्थिक वृद्धि को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है.
से विशेष बातचीत में डॉ. भल्ला ने कहा, “अगर यह समझौता होता है, तो हमारी विकास दर कहीं अधिक तेज हो सकती है.”
उन्होंने यह भी माना कि अमेरिका, विशेष रूप से President डोनाल्ड ट्रंप के तहत टैरिफ से जुड़ी समयसीमाएं, India को लंबे समय से लंबित आर्थिक सुधारों को लागू करने में मदद कर रही हैं. उन्होंने कहा, “मैं अमेरिका या ट्रंप को खतरे के रूप में नहीं देखता. बल्कि वे हमें सुधारों की ओर धकेलकर हमारी मदद ही कर रहे हैं.”
डॉ. भल्ला की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब India और अमेरिका के बीच एक अंतरिम व्यापार समझौते को 9 जुलाई की समयसीमा से पहले अंतिम रूप देने के लिए बातचीत चल रही है ताकि भारतीय निर्यात पर प्रस्तावित अमेरिकी टैरिफ से बचा जा सके.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह समझौता इसी सप्ताह हो सकता है और वर्ष के अंत तक एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) का मार्ग प्रशस्त कर सकता है.
डॉ. भल्ला ने India के विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से विकास करने पर भी प्रशंसा व्यक्त की.
उन्होंने कहा कि देश की वर्तमान विकास दर 6.5 प्रतिशत प्रभावशाली है, लेकिन India की वास्तविक क्षमता 7.5 से 8.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की है, बशर्ते शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के जरिए उत्पादकता को बढ़ाया जाए.
उन्होंने कहा, “यह गर्व की बात है कि हम सबसे तेज बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, लेकिन अभी हम अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंचे हैं.” उन्होंने कहा कि किसी देश की आर्थिक सफलता को सिर्फ जीडीपी आंकड़ों से नहीं, बल्कि उसकी संभावित क्षमता के सापेक्ष आंका जाना चाहिए.
इसके साथ ही उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंधु सुदर्शन’ जैसे कदमों के जरिए Government द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ करने के प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने कहा, “रक्षा एक प्रमुख राष्ट्रीय प्राथमिकता है. रक्षा पर अधिक खर्च से सुरक्षा भी बढ़ती है और आर्थिक आत्मविश्वास भी.”
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डीएससी/एबीएम