मुंबई, 1 जुलाई . एनसीपी (एसपी) के विधायक रोहित पवार ने मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार को ‘गजनी सरकार’ बताया. उन्होंने कहा कि गजनी की तरह वो भी किसानों, युवाओं, महिलाओं और स्वास्थ्य योजनाओं से जुड़े अपने वादों को भूल गई है.
महाराष्ट्र विधानभवन में एक प्रदर्शन में शामिल हुए एनसीपी (एसपी) विधायक रोहित पवार ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने सरकार की तुलना फिल्म ‘गजनी’ से करते हुए कहा, “गजनी वह व्यक्ति था जो सब कुछ भूल जाता था और ठीक उसी तरह यह सरकार भी किसानों, युवाओं, महिलाओं और स्वास्थ्य योजनाओं से जुड़े अपने वादे भूल गई है. हम उन्हें याद दिलाने के लिए पोस्टर लेकर आए हैं. वे गजनी की तरह सब कुछ भूल जाते हैं, इसलिए हम उनको कर्जमाफी, रोजगार और अन्य वादों के बारे में याद दिलाते हैं, जिसे उन्हें पूरा करना होगा.”
रोहित पवार ने जन सुरक्षा विधेयक का भी विरोध जताया. उन्होंने से बात करते हुए कहा, “हम जन सुरक्षा विधेयक का विरोध करते हैं, क्योंकि ये विधेयक बोलने की आजादी और आंदोलन के संवैधानिक अधिकारों को खत्म कर देगा. जो भी इसका विरोध करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. यह बेहद खतरनाक बिल है. एक तरफ अमित शाह कहते हैं कि नक्सलवाद कम हो रहा है, दूसरी तरफ इस बिल को लाकर सरकार विरोध को दबा रही है. यह राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश है.”
अबू आजमी की बेल रिजेक्ट होने के सवाल पर रोहित पवार ने कहा, “हमने सुना है कि उनकी जमानत रद्द कर दी गई है. अब सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें जेल में डालना चाहिए क्योंकि जिस व्यक्ति ने इस तरह के चुनिंदा और बेहद निम्न स्तरीय बयान दिए, खासकर एक नेता ने स्पष्ट रूप से विधानमंडल सत्र को बाधित करने के लिए ऐसा किया है, तो उस पर कार्रवाई जरूर होनी चाहिए.”
रोहित पवार ने नसीरुद्दीन शाह के बयान पर कहा, “मैंने उनका बयान नहीं देखा है, लेकिन अगर वह पाकिस्तान का पक्ष लेते हैं, तो यह भारत में कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा. ऐसे विचारों का हम विरोध करते हैं.”
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एफएम/केआर