मुंबई, 1 जुलाई . बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन अब एक नए गेमिंग प्रोजेक्ट से जुड़ गए हैं. इसको ‘एज ऑफ भारत’ नाम दिया गया है. वो प्रसिद्ध लेखक अमीश त्रिपाठी और गेमिंग एक्सपर्ट नूरदीन अब्बूद संग मिलकर काम करेंगे. इसके जरिए प्राचीन कहानियों और संस्कृति को आधुनिक और डिजिटल माध्यमों के जरिए दुनिया के सामने पेश किया जाएगा.
से एक खास बातचीत में, लेखक अमीश त्रिपाठी ने बताया कि कैसे अमिताभ बच्चन उनकी कंपनी तारा गेमिंग के साथ जुड़े.
से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हमारे लिए यह सम्मान की बात है कि अमिताभ ने हमारे साथ काम करने की सहमति दी. जब हम गेम का ट्रेलर बना रहे थे, तो हमने सोचा कि इसमें आवाज अमिताभ बच्चन की ही होनी चाहिए. लेकिन सवाल था कि उन्हें कैसे कहें? खुशकिस्मती से अमिताभ जी मेरी किताबें पढ़ते हैं और पसंद करते हैं. उन्होंने मेरी किताबों के बारे में कई बार अपने पोस्ट पर भी लिखा है. हम कई बार इवेंट्स में मिले हैं, और उन्होंने मेरी कुछ किताबों को भी लॉन्च किया है. इसलिए मैंने उन्हें मैसेज किया कि हम आपसे मिलना चाहते हैं. फिर हमने उन्हें गेम और उसका ट्रेलर दिखाया, जो उन्हें काफी पसंद आया और वह इस गेम प्रोजेक्ट के लिए राजी हो गए.”
अमीश त्रिपाठी ने बताया कि अमिताभ बच्चन का इस प्रोजेक्ट से एक खास व्यक्तिगत जुड़ाव भी है. उन्होंने कहा, “जैसे मेरा बेटा गेम खेलता है, वैसे ही अमिताभ बच्चन के बेटे अभिषेक बच्चन भी गेमर हैं. इसलिए अमिताभ जी को इस प्रोजेक्ट में व्यक्तिगत रुचि भी है. उन्होंने मुझसे कहा था, ‘मैं ट्रेलर में और गहराई से शामिल होना चाहता हूं.'”
त्रिपाठी ने खुलासा किया कि वह गेम में बिग बी पर एक खास भूमिका तैयार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “हम सोच रहे हैं कि गेम में अमिताभ बच्चन पर आधारित एक किरदार भी बनाया जाए. यह किरदार एक एनपीसी (नॉन-प्लेइंग कैरेक्टर) होगा, जो बाकी किरदारों की मदद करेगा और उनका मार्गदर्शन करेगा.”
वहीं अमिताभ बच्चन ने कहा, ”सह-संस्थापक के रूप में तारा गेमिंग से जुड़ना बड़ी जिम्मेदारी है. जब मैंने अमीश और नूरदीन के विचारों को जाना, तो मैं तुरंत ही इस काम में रुचि लेने लगा. मुझे लगता है कि हम कुछ बड़ा और खास बना सकते हैं.”
अमिताभ ने आगे कहा, ”भारत हमेशा से शक्तिशाली कहानियों का देश रहा है. इस गेम के जरिए हमें अपने महाकाव्यों, रचनात्मकता और कल्पना को दुनिया के सामने पेश करने का मौका मिलता है. गेमिंग वह जगह है, जहां नई पीढ़ी के लिए कहानियां जीवंत हो जाती हैं. मैं इसमें अपना योगदान देने को लेकर काफी खुश हूं.”
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पीके/केआर