नई दिल्ली, 29 जून . राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार से दो दिवसीय उत्तर प्रदेश के दौरे पर रहेंगी. 30 जून को राष्ट्रपति बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के ग्यारहवें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. उसी दिन वह एम्स गोरखपुर के पहले दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी.
1 जुलाई को राष्ट्रपति गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का उद्घाटन करेंगी. राष्ट्रपति गोरखपुर के महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय का भी दौरा करेंगी, जहां वह इसके ऑडिटोरियम, अकादमिक ब्लॉक और पंचकर्म केंद्र का उद्घाटन करेंगी और साथ ही एक नए गर्ल्स हॉस्टल की आधारशिला भी रखेंगी.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय गोरखपुर दौरे में न केवल तीन बड़े संस्थानों के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शामिल होंगी, बल्कि गोरखपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद 129 किलोमीटर की दूरी सड़क मार्ग से तय करेंगी. वह गोरखपुर में हर गंतव्य तक सड़क मार्ग से ही जाएंगी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को दोपहर में गोरखपुर आएंगी और अगले दिन मंगलवार की शाम प्रस्थान करेंगी.
सोमवार को वह अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के प्रथम दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होंगी. जहां वह मेधावियों को मेडल प्रदान करेंगी. जबकि, एक जुलाई को राज्य के पहले महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, पिपरी भटहट का लोकार्पण और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम, सोनबरसा में अकादमिक भवन, ऑडिटोरियम, पंचकर्म केंद्र का लोकार्पण तथा गर्ल्स हॉस्टल का शिलान्यास करेंगी.
इसके अलावा वह दोनों दिन अलग-अलग समय गोरखनाथ मंदिर जाएंगी. गोरखनाथ मंदिर में गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन और प्रसाद ग्रहण का भी कार्यक्रम है. गोरखपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद राष्ट्रपति पहले दिन एयरपोर्ट, सर्किट हाउस, एम्स और गोरखनाथ मंदिर आने-जाने में कुल मिलाकर 37 किलोमीटर की दूरी सड़क मार्ग से पूरी करेंगी. जबकि, अगले दिन सर्किट हाउस, महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय पिपरी भटहट, गोरखनाथ मंदिर, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम सोनबरसा और एयरपोर्ट तक आवागमन में कुल 92 किलोमीटर सड़क मार्ग से यात्रा करेंगी.
वह पहली राष्ट्रपति होंगी, जो गोरखपुर में इतनी लंबी सड़क यात्रा करने जा रही हैं. राष्ट्रपति के आयुष विश्वविद्यालय और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में होने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों और दोनों स्थानों तक के रूट का जायजा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ले चुके हैं.
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एसके/एबीएम