नई दिल्ली, 29 जून . रोहित शर्मा इस समय भारत के वनडे कप्तान हैं. इससे पहले उन्होंने टी20 विश्व कप अपनी कमान में भारत को जिताया है. ‘हिटमैन’ ने एक साल पहले बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका पर सात रन की जीत के साथ भारत को बहुप्रतीक्षित आईसीसी ट्रॉफी दिलाई थी. रोहित ने माना है कि उस मैच में सूर्यकुमार यादव ने दबाव में लॉन्ग-ऑफ पर डेविड मिलर का जो कैच पकड़ा था, उसने मैच का रुख तय कर दिया. यह उस खिताबी मैच का निर्णायक पल था.
रोहित ने जियो हॉटस्टार से कहा, “सूर्यकु्मार लॉन्ग-ऑफ पर थे और ईमानदारी से कहूं तो, वह कैच मैच का सबसे अहम पल था. कैच लेने के बाद भी, अंपायर यह तय कर रहे थे कि उन्होंने बाउंड्री रोप को छुआ है या नहीं. हर किसी की सांस थमी हुई थी. मैं लॉन्ग-ऑन पर था और इसे होते हुए देख रहा था. लग रहा था जैसे छक्का लगने वाला है, लेकिन सूर्यकुमार ने गेंद को पकड़कर शानदार कैच लिया.”
रोहित ने बताया कि सूर्यकुमार को लग रहा था कि उन्होंने कैच पकड़ लिया है. इसके बाद कैमरे पर जूम करके भी ऐसा लगा कि सूर्या कैच पकड़ चुके हैं. इससे थोड़ी राहत मिली. फिर सबको बड़ी स्क्रीन पर तीसरे अंपायर के फैसले का इंतजार था. यह फैसला भारत के पक्ष में आया और टीम इंडिया का विश्व कप जीतने का लंबा इंतजार खत्म हुआ.
यह न केवल रोहित के टी20 करियर का शानदार समापन था बल्कि हेड कोच राहुल द्रविड़ के लिए भी एक यादगार विदाई थी. रोहित ने बताया कि कैसे उन्होंने द्रविड़ को 2023 वनडे विश्व कप फाइनल में दिल टूटने के बाद एक अंतिम मिशन के लिए रुकने के लिए राजी किया था.
रोहित ने कहा, “राहुल 2023 विश्व कप के बाद पद छोड़ना चाहते थे. लेकिन हमने कहा, ‘छह महीने में एक और विश्व कप है. हम इतनी दूर आ गए हैं. चलो एक और मौका है.’ वह सहमत हो गए – और मुझे बहुत खुशी है कि उन्होंने ऐसा किया. मुझे यकीन है कि अब भी उन्हें लगता है कि उन्होंने सही फैसला किया.”
रोहित ने बताया कि यह जीत उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बड़ा भावनात्मक पल था. एक क्रिकेटर के रूप में उनकी पहचान इस प्रारूप से शुरू हुई जो 2007 टी20 विश्व कप में हुआ था. इसके बाद 2024 में फिर से ट्रॉफी उठाना बहुत शानदार था.
फाइनल जीतने से पहले, भारत ने गुयाना में सेमीफाइनल में इंग्लैंड पर जीत हासिल की थी. यह एक भावुक जीत थी, क्योंकि 2022 टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार की यादें अभी भी ताजा थी. रोहित ने याद किया कि कैसे उन्होंने और टीम थिंक-टैंक ने पावरप्ले में गेंदबाजों के इस्तेमाल करने सहित हर चीज की योजना बनाई थी.
रोहित ने कहा, “इस सेमीफाइनल में जाने से पहले मुझे टीम पर यकीन था. हमने इस मैच से पहले वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेला था- हर कोई फॉर्म में था, और हम ठीक वही कर रहे थे जो हमने एक टीम के रूप में करने का लक्ष्य रखा था. बेशक, 2022 में इंग्लैंड से हार हमारे दिमाग में थी, लेकिन हमने उससे सीखा. तब से लेकर सेमीफाइनल मैच तक हमने बहुत सी चीजें बदलीं: हमारी मानसिकता, हमारी तैयारी और भी बहुत कुछ. इस बार, हम पूरी तरह से तैयार थे और हमें पूरा यकीन था कि हम क्या हासिल करना चाहते हैं.”
रोहित ने बताया कि पावरप्ले में विकेट लेना महत्वपूर्ण था क्योंकि आधा काम वहीं हो जाता है. इंग्लैंड के खिलाफ, यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण था. बटलर और साल्ट दोनों खतरनाक हैं, लेकिन बटलर उनके प्रमुख खिलाड़ी हैं और हमारे गेंदबाजों को अच्छी तरह से जानते हैं. इसलिए, उन्हें जल्दी आउट करना महत्वपूर्ण था.
रोहित ने कहा, “हमने तीसरे ओवर में उनका विकेट लिया और अगले ओवर में साल्ट का. उसके बाद हमने स्पिनरों-कुलदीप, अक्षर और जडेजा को उतारा, जिन्होंने शानदार गेंदबाजी की. पिच स्पिन की मदद कर रही थी और हमारा विचार था कि धीमी गति के गेंदबाजों को जल्द से जल्द उतारा जाए.”
रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप के बाद आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में साल 2025 की शुरुआत में वनडे फॉर्मेट में भी एक बड़ी आईसीसी ट्रॉफी हासिल की है. रोहित फिलहाल केवल वनडे फॉर्मेट में ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते नजर आएंगे क्योंकि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया है.
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