तेल अवीव, 28 जून . इजरायल के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के बयानों की आलोचना की है. गुटेरेस ने गाजा में भेजी जा रही मानवीय मदद को लेकर इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था और वहां युद्धविराम की अपील की थी.
मंत्रालय ने यह भी कहा कि इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) नागरिकों पर हमला नहीं करता है.
गुटेरेस ने कहा था कि गाजा में हालात बेहद भयानक हैं, लोग सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिए खाना जुटाने की कोशिश में मारे जा रहे हैं, और किसी के लिए खाना तलाशना मौत की सजा नहीं होना चाहिए.
यूएन महासचिव ने गाजा मानवीय सहायता संगठन (जीएचएफ) पर कथित हमलों की भी चर्चा की और कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून का बार-बार उल्लंघन हो रहा है, और ऐसा होने पर जिम्मेदारी तय होनी चाहिए.
इजरायल के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र की विफलताओं और हमास की करतूत के लिए इजरायल को दोषी ठहराना एक जानबूझकर की गई रणनीति है. जीएचएफ अब तक फिलिस्तीनी नागरिकों को सीधे 46 मिलियन से अधिक भोजन उपलब्ध करा चुका है, हमास को नहीं. फिर भी संयुक्त राष्ट्र इस प्रयास का विरोध करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.”
इजरायल ने कहा कि यूएन इस तरह हमास का साथ दे रहा है, जबकि हमास खुद जीएचएफ के राहत कार्यों में बाधा डालता है.
मंत्रालय ने कहा, “इजरायल की सेना (आईडीएफ) कभी भी आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाती. जो ऐसा कहता है, वह झूठ बोल रहा है. यह हमास है जो जानबूझकर जीएचएफ सहायता कर्मियों को निशाना बना रहा है और उनकी हत्या कर रहा है – एक ऐसा अपराध जिसकी संयुक्त राष्ट्र ने कभी निंदा नहीं की है और वह उन नागरिकों को भी निशाना बना रहा है जो जीएचएफ से सहायता प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं.”
मंत्रालय ने यह भी पूछा, “यूएन को तय करना होगा कि वह अपनी व्यवस्था बनाए रखना चाहता है, जो हमास को फायदा देती है और युद्ध बढ़ाती है, या फिर सच में गाजा के आम लोगों तक मदद पहुंचाना चाहता है?”
इसके अलावा, इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा कि सेना को साफ आदेश हैं कि निर्दोष लोगों को नुकसान न पहुंचे. उन्होंने हारेत्ज अखबार में प्रकाशित एक रिपोर्ट को गलत बताया जिसमें कहा गया था कि आईडीएफ के सैनिकों को बिना हथियार वाले गाजा नागरिकों पर जानबूझकर गोली चलाने का आदेश दिया गया है.
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