बीजिंग, 26 जून . चीन के शिनच्यांग उइगुर स्वायत्त प्रदेश में थ्री-नॉर्थ शेल्टरबेल्ट वन कार्यक्रम और तकलीमाकन रेगिस्तान के किनारे पर रेतीलीकरण की रोकथाम बढ़ाने से जुड़ा सम्मेलन 24 जून को आयोजित हुआ.
बताया जाता है कि इस साल रेत के लिए उपयुक्त फसलों का वैज्ञानिक रूप से निर्धारण करने और भूजल संसाधनों का वैज्ञानिक उपयोग करने से शिनच्यांग में हरित संरक्षण पट्टी की चौड़ाई 110 मीटर से 7,500 मीटर तक बढ़ी. तकलीमाकन रेगिस्तान के किनारे पर 3,193.33 वर्ग किलोमीटर का वन रोपण किया गया. इससे तकलीमाकन रेगिस्तान का “हरा स्कार्फ” और मोटा हो गया.
चीन में महत्वपूर्ण पारिस्थितिक रणनीतिक परियोजना होने के नाते थ्री-नॉर्थ शेल्टरबेल्ट वन कार्यक्रम पूर्वोत्तर चीन, उत्तरी चीन और उत्तर-पश्चिमी चीन को कवर करता है. उत्तर-पश्चिमी चीन का कुंजीभूत क्षेत्र होने के नाते शिनच्यांग उइगुर स्वायत्त क्षेत्रीय पारिस्थितिक सुरक्षा बनाए रखने और हरित परिवर्तन बढ़ाने का महत्वपूर्ण मिशन निभाता है.
हाल के वर्षों में शिनच्यांग ने होटन क्षेत्र जैसे तकलीमाकन रेगिस्तान के किनारे पर स्थित कमजोर पारिस्थितिक पर्यावरण वाले क्षेत्रों में निवेश बढ़ाया. हवा रोकने, रेत स्थिर बनाने और वनस्पति बहाल करने आदि कई कदमों से पारिस्थितिक पर्यावरण में बड़ा सुधार आया.
आंकड़ों के अनुसार पिछले 30 सालों में शिनच्यांग में ओएसिस के क्षेत्रफल में 56,000 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई. मरुस्थलीकरण भूमि में 1,955.7 वर्ग किलोमीटर की कमी आई. रेगिस्तानी भूमि में 242.8 वर्ग किलोमीटर की कटौती आई. प्रति वर्ष रेतीले तूफान वाले दिनों की औसत संख्या में हर दशक में 14 दिन की कमी आई है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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