जोधपुर, 26 जून . वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व Chief Minister अशोक गहलोत ने Thursday को दावा किया कि Chief Minister भजनलाल शर्मा को हटाने का बड़ा षड्यंत्र हो रहा है. गहलोत के बयान पर राजस्थान के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने पलटवार करते हुए कहा कि पहले उन्हें अपनी पार्टी पर ध्यान देना चाहिए.
बेढ़म ने समाचार एजेंसी से कहा कि कांग्रेस पार्टी में अंतर्कलह चरम पर है. कांग्रेस की अंतर्कलह पर लोगों का ध्यान न जाए, इसलिए गहलोत ने शिगूफा छोड़ने का काम किया है. मेरा मानना है कि अशोक गहलोत अनुभवी नेता है, उन्हें इस तरह बेबुनियाद बयान नहीं देना चाहिए. जहां तक नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की बात है, पार्टी के अंदर उन्हें प्रदेश अध्यक्ष से चुनौती मिल रही है क्योंकि वह नेता प्रतिपक्ष बनना चाहते हैं. कांग्रेस आलाकमान गोविंद सिंह डोटासरा को हटाकर टीकाराम जूली को प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहती है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी का अंतर्कलह जगजाहिर है.
अशोक गहलोत ने Wednesday को दावा किया था, “हम विपक्ष में हैं और इसी वजह से हम जनता के हित में आवाज उठाते हैं, लेकिन वह इसे राजनीतिक आलोचना समझते हैं. मैं बताना चाहता हूं कि Chief Minister के खिलाफ दिल्ली में उनकी पार्टी के भीतर और यहां राजस्थान में आंतरिक साजिश रची जा रही है. उन्हें Chief Minister पद से हटाने का षड्यंत्र चल रहा है और वह इसे समझ नहीं पा रहे हैं. भजनलाल शर्मा पहली बार विधायक बने हैं और उसके बाद उन्हें Chief Minister भी बना दिया गया. मुझे लगता है कि यह एक बड़ी बात है और उनको अपने निर्णय पर अडिग रहना चाहिए, बार-बार Chief Minister बदलने से क्या फायदा है? प्रदेश के अंदर हालात बहुत गंभीर हैं और जनता त्राहिमाम कर रही है. उनको (भाजपा को) बताना चाहिए कि राजस्थान के अंदर वर्तमान में क्या स्थिति है.”
अशोक गहलोत ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी राजस्थान सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, “भारत के छह राज्य ऐसे हैं, जहां महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं और इसलिए वह अपना ध्यान रखें. मैंने इस बारे में Chief Minister भजनलाल शर्मा को आगाह किया कि जो घटना हुई है, उसके कारण लिस्ट में राजस्थान का नाम न जुड़ जाए. यही सच्चाई मैंने उन तक पहुंचाई, लेकिन उन्हें यह आलोचना लग रही है.”
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एकेएस/एकेजे