नई दिल्ली, 25 जून . ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के एक्सिओम-4 मिशन के सफलतापूर्वक उड़ान भरने पर बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी. राष्ट्रपति ने इस मिशन को लेकर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने भारत के लिए अंतरिक्ष में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है. उनके अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के साथी अंतरिक्ष यात्री साबित करते हैं कि दुनिया वास्तव में एक परिवार है.
वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं. वह अपने साथ 1.4 बिलियन भारतीयों की इच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर चले हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने भारत के लिए अंतरिक्ष में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है, पूरा देश सितारों की एक भारतीय की यात्रा पर उत्साहित और गर्वित है. अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के एक्सिओम मिशन 4 के उनके साथी अंतरिक्ष यात्री साबित करते हैं कि दुनिया वास्तव में एक परिवार है, ‘वसुधैव कुटुम्बकम’. इस मिशन की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं, जो नासा और इसरो के बीच स्थायी साझेदारी को दर्शाता है. चालक दल द्वारा किए जाने वाले व्यापक प्रयोग वैज्ञानिक अध्ययन और अंतरिक्ष अन्वेषण के नए आयाम स्थापित करेंगे.”
पीएम मोदी ने अंतरिक्ष में सफल उड़ान भरने के लिए शुभांशु और उनके अन्य साथियों को बधाई देते हुए एक्स पर लिखा, ”भारत, हंगरी, पोलैंड और अमेरिका के अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरिक्ष मिशन के सफल प्रक्षेपण का स्वागत करते हैं. भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर जाने वाले पहले भारतीय बनने की राह पर हैं. वह अपने साथ 1.4 बिलियन भारतीयों की इच्छाएं, उम्मीदें और आकांक्षाएं लेकर चले हैं. उन्हें और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को सफलता की शुभकामनाएं.”
अंतरिक्ष में भारत ने बुधवार को एक ऐतिहासिक छलांग लगाई. भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हो गए हैं. फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर में कॉम्प्लेक्स 39ए से एक्सिओम-4 मिशन को लॉन्च किया गया. शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री एक्सिओम स्पेस के एक मिशन के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर निकले हैं.
–
एसके/एबीएम