अदन, 25 जून . यमन के हूती समूह ने घोषणा की है कि वह इजरायल के खिलाफ सैन्य अभियान को जारी रखेगा. हूती समूह का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के कुछ घंटों बाद आया है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हूती राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद अल-बुखैती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक बयान में यह बात कही.
अल-बुखैती ने लिखा, “अमेरिका और इजरायल द्वारा ईरान के साथ संघर्ष विराम स्वीकार करना यह साबित करता है कि सैन्य बल ही एकमात्र भाषा है, जो वे समझते हैं.”
हूती अधिकारी ने जोर देकर कहा कि समूह के इजरायल के खिलाफ सैन्य अभियान तब तक जारी रहेंगे, जब तक गाजा पर हमला बंद नहीं होता और घेराबंदी नहीं हटाई जाती.
13 जून को इजरायल ने ईरान के विभिन्न क्षेत्रों पर बड़े हवाई हमले किए थे. ये हमले परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किए गए थे, जिसमें वरिष्ठ कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और नागरिक मारे गए. इसके जवाब में ईरान ने इजरायल पर कई मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिससे कई लोग हताहत हुआ और भारी नुकसान हुआ.
शनिवार को अमेरिकी वायु सेना ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फाहान पर बमबारी की. जवाब में ईरान ने सोमवार को कतर में अमेरिकी अल उदेद एयर बेस पर मिसाइलों से हमला किया.
ईरान के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम मंगलवार को सुबह (स्थानीय समयानुसार 9:30) से शुरू होगा. ईरान और इजरायल दोनों ने बाद में संघर्ष विराम शुरू होने की पुष्टि की.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ‘सीजफायर लागू’ होने की घोषणा और इसे न तोड़ने की अपील के बीच इजरायल ने युद्धविराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और कहा कि उसने ईरान के साथ अमेरिका के प्रस्तावित द्विपक्षीय युद्धविराम को स्वीकार कर लिया है.
इजरायल ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा, “वह ईरान के साथ द्विपक्षीय युद्धविराम के लिए अमेरिका के प्रस्ताव पर सहमत है और इसका उल्लंघन होने पर जोरदार जवाब देगा.”
इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया, “प्रधानमंत्री ने कैबिनेट, रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख और मोसाद प्रमुख के साथ बैठक की. इजरायल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के सभी लक्ष्य हासिल कर लिए हैं.”
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एफएम/एएस