रिकॉर्ड निर्यात और एफटीए के साथ भारत आर्थिक समृद्धि की नई राह पर अग्रसर: पीयूष गोयल

New Delhi, 23 जून . केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने Monday को कहा कि रिकॉर्ड निर्यात आंकड़ों और कई मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के साथ India आर्थिक समृद्धि की नई राह पर अग्रसर है.

Union Minister गोयल ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि मजबूत डिजिटल इकोसिस्टम के समर्थन से प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित, त्वरित और अधिक पारदर्शी बनाया जा रहा है.

Union Minister गोयल ने कहा, “अत्याधुनिक भविष्योन्मुखी इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास एक दूसरा मुख्य आकर्षण रहा है. फोकस पूरी तरह से व्यवसायों को सशक्त बनाने और अधिक निवेश आकर्षित करने पर है.”

Union Minister के अनुसार, हितधारकों के साथ परामर्श बढ़ाने, अनुपालन बोझ को कम करने और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में सुधार के परिणामस्वरूप छोटे व्यवसायों का सशक्तीकरण हुआ है, निवेशकों का विश्वास बढ़ा है और अधिक प्रतिस्पर्धी व्यापार वातावरण बना है.

इस वर्ष मई में India का कुल वस्तु और सेवाओं का निर्यात 71.12 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 2.77 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, जबकि भू-Political तनाव और व्यापार युद्ध में वृद्धि के बावजूद अमेरिकी टैरिफ में वृद्धि हुई है.

वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष मई में सकारात्मक वृद्धि दर्शाने वाले India के शीर्ष 5 निर्यात गंतव्य 16.93 प्रतिशत के साथ अमेरिका, 25.04 प्रतिशत के साथ चीन, 35.35 प्रतिशत के साथ ऑस्ट्रेलिया, 48.11 प्रतिशत के साथ रूस और 17.05 प्रतिशत के साथ जर्मनी हैं.

Union Minister ने कहा कि वाणिज्य भवन को India के तेजी से बढ़ते वाणिज्य और इंडस्ट्री इकोसिस्टम के लिए एक मॉडर्न, कुशल, इंटीग्रेटेड और डेडिकेटेड हब के रूप में देखा गया है. Prime Minister Narendra Modi द्वारा इसके उद्घाटन के बाद से तीन वर्षों में, India के व्यापार करने के तरीके में कई मील के पत्थर हासिल किए गए हैं और नए मानक स्थापित किए गए हैं.

Union Minister गोयल ने कहा, “यह हमारे कर्मचारियों की प्रतिबद्धता से संभव हुआ है. वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर सफाई कर्मचारियों तक, यहां काम करने वाला हर व्यक्ति India के व्यापार और वाणिज्य की यादगार कहानी लिखने में मदद कर रहा है. मैं वाणिज्य भवन परिवार के हर सदस्य को धन्यवाद देना चाहता हूं.”

उन्होंने आगे कहा कि पिछले तीन वर्षों की उपलब्धियां हमें योजना, समर्पण और क्रियान्वयन की शक्ति की याद दिलाती हैं.

उन्होंने कहा, “हमें एक बार फिर अपने उद्योग और वैश्विक साझेदारों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए, ताकि विकसित India 2047 के लक्ष्य को हासिल किया जा सके.”

India में अब 112 देशों से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आ रहा है, जबकि 2013-14 में यह आंकड़ा 89 देशों से था, जो देश की बढ़ती ग्लोबल अपील को दर्शाता है.

Union Minister गोयल के अनुसार, India की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सफलता की कहानी न केवल प्रभावशाली संख्याओं को लेकर है, बल्कि दूरदर्शी सुधारों, नीतिगत स्पष्टता और India के आर्थिक भविष्य में वैश्विक समुदाय के भरोसे का भी प्रतिबिंब है.

एसकेटी/